छत्तीसगढ़। बेरोजगारी भत्ते को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। इसकी वजह है कि चुनावी साल में गणतंत्र दिवस पर (Chief Minister Bhupesh Baghel) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेरोजगारी भत्ता अगले वित्तिय वर्ष से देने की घोषणा की है। जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर कल बयान दिया था, चार साल बाद बेरोजगारी भत्ते की घोषणा किए है। कहा था कि मां बम्लेश्वरी की धरती पर राहुल गांधी ने 2018 के घोषणा पत्र में पहले ही बेरोजगारी भत्ते (unemployment benefits) की घोषणा कर दी थी। आज दाऊ यानी भूपेश बघेल चुनावी साल में वही घोषणा दोबारा कर रहे हैं। इससे वह क्या सिद्ध करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे वह 4 सालों में क्या सिद्ध करना चाह रहे हैं। सिर्फ घोषणा की उनसे क्रियान्वयन की कोई उम्मीद नहीं है। डॉक्टर रमन सिंह ने कहा था कि भूपेश बघेल ने जगदलपुर की धरती से माता दंतेश्वरी की धरती से बेरोजगारी भत्ते की घोषणा की। फर्क बस इतना है कि राहुल गांधी वह घोषणा मां बम्लेश्वरी की धरती से की थी।
दरअसल, अब डॉक्टर रमन सिंह के इस बयान को लेकर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर डॉक्टर रमन सिंह को पानामा का सांड बता डाला। इसके बाद बेरोजगारी भत्ते को लेकर बीजेपी भी हमलावार हो गई है। बीजेपी के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी अपने ट्विटर एकाउंट पर बेरोजगारी भत्ते को लेकर एक विडियो डालकर तंज कसा है। गौरतलब है कि कांग्रेस के बेरोजगारी भत्ते को विधानसभा चुनाव में बीजेपी भुनाने नहीं देने के मूड में है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री की बेरोजगारी भत्ते की घोषणा के बाद बीजेपी कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है। जिसे लेकर अब तीखी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चालू हो गया है।
कांग्रेस ने रमन सिंह के बेरोजगारी भत्ते के बयान को लेकर twitter पर लिखा है कि झूठ बोल रहा है पनामा का सांड, करता रहा 15 साल सिर्फ कांड पे कांड। बेटे-दामाद की जेबें भरने वाले
राहुल जी ने कब घोषणा की थी, ज़रा ये भी बता दे?। भाजपा घोषणा करती रही, फिर भी नहीं दिया। हमने #बेरोजगारी_भत्ता नहीं कहा, फिर भी दिया। “पनामा के सांड” को स्मृतिलोप हो गया है क्या?। चुनौती है “भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह” @drramansingh को कि जनता को दिखाए और बताए कि कब #कांग्रेस ने #बेरोजगारी_भत्ता देने का वादा किया?। भाजपा जरूर अपने घोषणा पत्र में कहती रही, लेकिन कभी नहीं दिया। हमने कहा नहीं, फिर भी दिया।
झूठ बोल रहा है पनामा का सांड
करता रहा 15 साल सिर्फ कांड पे कांडबेटे-दामाद की जेबें भरने वाले
राहुल जी ने कब घोषणा की थी, ज़रा ये भी बता दे?भाजपा घोषणा करती रही, फिर भी नहीं दिया
हमने #बेरोजगारी_भत्ता नहीं कहा, फिर भी दिया। https://t.co/qjzONxFcC2— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) January 27, 2023
"पनामा के सांड" को स्मृतिलोप हो गया है क्या?
चुनौती है "भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह" @drramansingh को कि जनता को दिखाए और बताए कि कब #कांग्रेस ने #बेरोजगारी_भत्ता देने का वादा किया?
भाजपा जरूर अपने घोषणा पत्र में कहती रही, लेकिन कभी नहीं दिया।
हमने कहा नहीं, फिर भी दिया। https://t.co/k0A6tiBKwE— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) January 27, 2023
छत्तीसगढ़ (दारु गढ़) के मान. मुख्यमंत्री कांग्रेसी का फिर से संबोधन होना चाहिए…और जिसमें वे स्पष्ट बतावें कि बेरोजगारी भत्ता – जन घोषणा पत्र के हिसाब से 17 दिसम्बर 2018 से मिलेगा कि सिर्फ #चुनावी वर्ष का ही मिलेगा…। @bhupeshbaghel #unemployment #CGModel #Chhattisgarh pic.twitter.com/lU83avDipY
— Ajay Chandrakar (@Chandrakar_Ajay) January 27, 2023