कांग्रेस बोली, ‘धर्मांतरण’ पर बवाल BJP की साजिश
By : madhukar dubey, Last Updated : January 5, 2023 | 9:35 pm
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, भाजपा की नवंबर २०२१ में हुई राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मुद्दे को उठाने की रणनीति बनी थी। वहीं पर उसका टूलकिट तैयार किया गया था। भाजपा उसी के तहत राज्य में धर्मातरण के विषय पर सांप्रदायिक तनाव पैदा कर रही है। छत्तीसगढ़ विशेषकर बस्तर में धर्मांतरण को लेकर जो विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है उसके पीछे भाजपा का षड़यंत्र और पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की अदूरदर्शिता है।
भारतीय जनता पार्टी के १५ सालों में छत्तीसगढ़ धर्मांतरण का केंद्र बन गया था। बस्तर के कुछ क्षेत्रों में जो स्थितियां पैदा हुई है उसके पीछे १५ सालो तक चली गतिविधियां जिम्मेदार है जिसको रोकने की दिशा में भाजपा की रमन सरकार ने कभी ध्यान नहीं दिया। तब धर्मांतरण की गतिविधियों को संचालित करने वालों का दखल तत्कालीन सीएम हाउस तक था। राज्य सरकार उनके प्रति नर्म रुख अख्तियार किये हुये थी। शुक्ला ने कहा कि धर्मांतरण के पहले सांप्रदायिकता के मुद्दे पर राज्य की फिजा खराब करने की कोशिश कवर्धा में दंगा फैला कर की गयी। राज्य की जनता की सजगता से उसमें सफल नहीं हो पाये तो भाजपा ने धर्मांतरण पर नया पैंतरा आजमाने की रणनीति बनाई है।
भाजपा शासन में सर्वाधिक चर्च बनने का दावा
कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, बस्तर में अधिकांश चर्च २००४ से २०१८ के बीच बने हैं। तब यहां भाजपा की सरकार थी। भाजपा के नेता और मंत्री प्रार्थना सभाओं में शामिल हुआ करते थे। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद ९८त्न चर्च भाजपा के रमन राज में बने। क्रोनोलॉजी समझिये अपने शासनकाल में धर्मांतरण करवाया तब भाजपा मौन थी आज भारतीय जनता पार्टी के नेता धर्मांतरण पर बयानबाजी कर प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश में लगे है। भाजपा के पदाधिकारी और जिलाध्यक्ष दंगे कर रहे है।
जबरन धर्मांतरण की शिकायत मिली तो होगी कार्रवाई
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण विरोधी कानून लागू है। कहीं पर भी यदि धर्मांतरण की शिकायत मिलती है उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी यह घोषणा अनेकों बार किया है कि कहीं भी कोई भी जबरिया धर्मांतरण जैसी गतिविधि में शामिल है तो उसके खिलाफ थानों में शिकायत आने पर सख्त कार्यवाही जरूर होंगी। शुक्ला ने कहा, कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लगातार आदिवासी समाज के हित में फैसले लिये गये हैं। देवगुड़ी और घोटुल जैसी आदिवासी परंपराओं को सरकारी तौर पर मान्यता दी गयी है। आदिवासी संस्कृति पर कोई भी आंच कांग्रेस की सरकार नहीं आने देगी।