कांग्रेस का वार! कर्नाटक में ‘भाजपाइयों’ को हनुमान की गदा पड़ी, अब ‘छत्तीसगढ़’ में बारी
By : hashtagu, Last Updated : September 4, 2023 | 5:37 pm
रामसेतु के अस्तित्व को पहली बार अटल सरकार ने और आखिरी बार मोदी सरकार ने नकारा है, राजनैतिक लाभ के लिये झूठ बोल रहे भाजपा
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा (State Congress spokesperson Surendra Verma) ने कहा है कि भगवान राम के अस्तित्व को, रामसेतु के अस्तित्व को पहली बार अटल सरकार ने नकारा और आखरी बार हाल ही में दिसंबर 2022 में देश के उच्च सदन राज्यसभा के शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार (Modi government) ने, अब चुनावी लाभ के लिए छत्तीसगढ़ के भाजपाई झूठ बोल रहे हैं। ऐतिहासिक तथ्य की कांग्रेस की नरसिम्हा राव सरकार ने 1993 में नासा के माध्यम से स्पेस टेक्नोलॉजी की मदद से तमिलनाडु के पंपम द्वीप (रामेश्वरम) से श्रीलंका की मन्नारद्वीप के बीच की श्रृंखला का पुरातात्विक और धार्मिक मान्यता को रेखांकित किया।
- कांग्रेस की सरकार ने यह स्थापित करवाया कि रामेश्वरम से लंका तक स्थित ढांचा श्रीराम सेतु का अस्तित्व है। इतिहास गवाह है कि श्रीराम के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा ने ही रामसेतु के अस्तित्व को नकारा है। सबसे पहले भाजपा की अटल बिहारी की सरकार ने ही सेतु समुद्रम परियोजना को तोड़ने मंजूरी दी और श्री राम सेतु को तोड़ने के लिए 2004 में 3500 करोड रुपए का बजट प्रावधान किया था। अटल सरकार में जहाजरानी मंत्री रही टी.आर. बालू ने भी श्रीराम सेतु को नकारा था, हलफनामा दिया था। विगत शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार में केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने संसद में भाजपा सांसद कार्तिकेय शर्मा के एक प्रश्न के जवाब में भगवान श्री रामसेतु के अस्तित्व को नकार दिया है उन्होंने कहा कि कुछ पत्थरों के अवशेष मिले हैं. लेकिन कह नहीं सकते कि वह राम सेतु है। दरअसल भाजपा का मूल चरित्र ही धर्म विरोधी है। धर्म को अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिये उपयोग करती है।
- प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि 15 साल सरकार में रहने के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को छत्तीसगढ़ में न राम वन गमन पथ याद आया ना माता कौशल्या याद आई। गाय, गोबर और गंगाजल भाजपा के लिए केवल चुनावी है। रमन राज में गौसेवा के नाम पर 1766 करोड़ का अनुदान खा गए, गाएं मार दी गई, शगुन गौशाला, मयूरी गौशाला, सेठ फूलचंद गौशाला जैसे अनेकों मामले है। राम काज तो छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि 1990 के दशक में भी विश्व हिंदू परिषद ने 1400 करोड़ के चंदा चोरी का आरोप भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर लगाया था जिस पर भाजपाई आज तक मौन है। हाल ही में अयोध्या जमीन अधिग्रहण घोटाला भी सर्वविदित है। चंपत राय के साथ मिलकर के साथ मिलकर भाजपाइयों ने अयोध्या में जमीन के घोटाले किए। छत्तीसगढ़ में भी भाजपाइयों पर चंदाचोरी के बिलासपुर और मंदिर हसौद थाने में एफआईआर दर्ज हुए।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति में प्रभु श्री राम के भाषा स्वरूप को पूरी दुनिया के सामने रेखांकित किया है। अयोध्या में राम मंदिर का ताला कांग्रेस के शासनकाल में खुला, नियमित पूजा राजीव गांधी के विशेष प्रयास से आरंभ हुआ लेकिन कभी श्रेय नहीं लिए। धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने वाले, हिंसा और नफरत फैलाने वाले भाजपाई किस नैतिकता से कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं? आसुरी चरित्र कालनेमि चरित्र तो भाजपाइयों का उजागर हुआ है।
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