रायपुर। रेलवे ने पिछले एक सप्ताह के अंदर छत्तीसगढ़ से चलाने वाली 40 से अधिक यात्री ट्रेनों को फिर से रद्द कर दिया गया तथा 14 लोकल ट्रेनों को भी रेलवे बंद करने का फरमान जारी कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला (Congress Communication Department President Sushil Anand Shukla) ने कहा कि यह रेलवे का जन विरोधी फैसला है। मोदी सरकार लगातार छत्तीसगढ़ की रेल यात्री सुविधाओं को अनदेखा कर रही है। बिना किसी ठोस कारण के यात्री ट्रेनों को रद्द (Passenger Trains Canceled) करने का सिलसिला मोदी सरकार द्वारा पिछले तीन साल से लिया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार यात्री रेल और रेल सुविधाओं को बंद करने का षड़यंत्र कर रही है देश भर में यात्री गाड़ियां बंद की जा रही है, यात्री गाड़िया अचानक रद्द कर दी जाती है, यात्री गाड़ियां घंटों नहीं दो-दो दिन लेट चल रही है। रेलवे को लेकर मोदी सरकार की कार्य प्रणाली से ऐसा प्रतीत हो रहा मोदी सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सुविधा परिवहन के निजीकरण का षड़यंत्र रच रही है। मोदी सरकार ने देश की सबसे विश्वसनीय नागरिक परिवहन सुविधा मानी जानी वाली रेल सुविधा को मजाक बनाकर रख दिया है। पहले से आने जाने की तैयारी का ट्रेन की टिकट आरक्षित कराए जनता के साथ धोखा मोदी सरकार कर रही है। बीते 3 साल से अधिक हो चुका है जब ट्रेनों को अचानक स्थगित कर दिया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें रेलवे को नागरिकों की सुविधा के लिये चलाती थी मोदी सरकार कमाने के लिये जनता को लूटने के लिये इस्तेमाल कर रही। रेल्वे जनता को मिलने वाली सारी सुविधाएं बंद कर दिया। वृद्ध, विकलांग, छात्रों की सुविधायें हटा दिया। रेल्वे स्टेशन पर टिकिट बिक्री बंद कर टिकिटों के दाम बढ़ा दिया गया। मोदी सरकार इतनी क्रूर और अमानवीय और गैर जिम्मेदार हो चुकी है कि एक्सप्रेस ट्रेनों को गंतव्य स्थान पहुंचने के पहले बीच रास्ते में रद्द कर घोषणा कर दिया जाता है कि ट्रेन आगे नहीं जायेगी। आजादी के पहले से रेल आम आदमी की यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। मोदी सरकार ने इसको तबाह कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ’बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था’ ’के और बिना किसी पूर्व ’सूचना’ के केंद्र की मोदी सरकार और रेलवे मंत्रालय लगातार छत्तीसगढ़ में ट्रेनों को रद्द कर रहा है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ की जनता बुरी तरह परेशान और हलाकान है। यूपीए सरकार के समय यात्री ट्रेनों और मालभाड़ा के परिवहन में एक समन्वय और संतुलन स्थापित था। जिसके कारण यात्री ट्रेनों को कैंसिल करने की कभी आवश्यकता नहीं पड़ी, परंतु केंद्र की मोदी सरकार की ’मुनाफाखोरी नीति के कारण’ क्योंकि कोयले के ’परिवहन में यात्री भाड़े की तुलना में’ ’30 से 40 प्रतिशत ज्यादा मुनाफा मिलता’ है। यात्री ट्रेनों के बजाय कोयले के परिवहन को प्राथमिकता दी जा रही।
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