रायपुर: रायपुर और बिलासपुर में रविवार को धर्मांतरण (conversion) के मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ है। बिलासपुर के प्रगति नगर में एक प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण कराए जाने का आरोप लगाते हुए हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने मकान को सील कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है।
रायपुर में भी एक समान घटना घटी, जहां हिंदू संगठनों ने मसीही समाज के लोगों पर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए एक मकान का घेराव कर लिया। इस दौरान, एक युवक को हिरासत में लेकर उसकी पिटाई भी की गई। यह मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है।
कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने इस विवाद को धर्मांतरण से जोड़ने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह कोई धर्मांतरण का मामला नहीं है, बल्कि बजरंग दल और उससे जुड़े संगठनों द्वारा प्रोपेगंडा फैलाया जा रहा है। श्रीवास्तव ने आगे कहा, “अगर कोई बीमार है तो उसे मंदिर-मस्जिद जाने की पूरी आज़ादी है, और पुलिस उनके दबाव में आकर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जो गलत है।”
बिलासपुर के प्रगति नगर में रविवार को प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी, जिसमें कई महिलाएं और युवा शामिल थे। हिंदूवादी संगठनों ने आरोप लगाया कि इन महिलाओं और युवतियों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
इस आरोप के बाद, पुलिस मौके पर पहुंची और मकान को सील कर दिया। थाना प्रभारी किशोर केंवट ने कहा कि मामले में धारा 299 और 353(1)(सी) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को झांसा देकर, उन्हें बीमारी से मुक्ति का वादा करके धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इन संगठनों ने इस मुद्दे पर जोरदार नारेबाजी भी की और जांच की मांग की।
इस विवाद ने रायपुर और बिलासपुर की राजनीति को गर्मा दिया है, जबकि कांग्रेस और बीजेपी के नेता इस पर अलग-अलग बयान दे रहे हैं।