रायपुर। नगर निगम रायपुर के मेयर पद (Mayor post of Municipal Corporation Raipur)के लिए भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी मीनल चौबे ने मंगलवार को हजारों कार्यकर्ताओं के साथ भव्य रैली (Candidate Meenal Choubey held a grand rally with thousands of workers on Tuesday.)निकालकर अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान रायपुर संभाग प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायकगण राजेश मूणत, सुनील सोनी, पुरंदर मिश्रा व मोतीलाल साहू, प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष रायपुर शहर रमेश ठाकुर, पूर्व जिला अध्यक्ष जयंती पटेल, महामंत्री सत्यम दुआ, ओमकार बैस, जिला मंत्री अमित मैशरी सहित भाजपा के पदाधिकारी और हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए।
इसके पूर्व मीनल चौबे ने अपने निवास में भगवान श्रीराम-माता सीता सहित अन्य विग्रहों का पूजन कर नामांकन रैली का शुभारंभ किया। कार्यकर्ताओं के साथ ही रायपुर के सभी वार्ड से स्वस्फूर्त आम जनता भी चौबे के समर्थन में रैली में शामिल हुई। जय श्रीराम के जयघोष के साथ मीनल चौबे अपने वाहन पर सवार हुईं। इसके साथ ही दोपहिया और चार पहिया वाहन के अलावा पैदल ही जब हजारों की संख्या में भव्य रैली निकली तो पूरा शहर भगवा और भाजपामय दिखने लगा। शहर के विभिन्न चौराहों पर रैली के स्वागत करने के लिए जनता भी लालायित दिखी। रैली पर पुष्पवर्षा कर चौबे के प्रति समर्थन जताया। चौबे की रैली को देखने के लिए लोग अपने घरों से निकलकर सड़क पर आ गए थे। अपने घरों की छतों पर खड़े होकर मीनल दीदी और भाजपा जिंदाबाद के जमकर नारे लगाते दिखे। एक ओर जहां हजारों कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे, वहीं दूसरी ओर से जनता के बीच से आवाज गूंज रही थी, खत्म हुआ कांग्रेस का कुशासन, लाएंगे शहर में भाजपा का सुशासान। क्या युवा-बुजुर्ग और महिलाएं सभी में गजब-जोश और उत्साह नजारा दिख रहा था। भव्य रैली को देखकर लोग सहसा ही कह उठ रहे थे कि ये नामांकन नहीं, विजय जुलूस है। क्योंकि कांग्रेस के मेयर ने पूरे शहर को नर्क बना दिया था। रैली के मार्ग पर मौजूद दुकानदार और राहगीरों ने भी हाथ हिलाकर मीनल चौबे का अभिवादन और अपना प्रबल समर्थन देने की इच्छा जाहिर की। इधर मीनल चौबे ने भी अपनी विजय मुद्रा में जनता का अभिवादन स्वीकार कर रही थी।
पार्षद प्रत्याशी विशाल पाण्डेय, भगतराम हरवंश, मनमोहन मनहरे, नन्दकुमार साहू, अम्बिका साहू, खगपति सोनी, खेमकुमार सेन, आर्ची साहू, गोपेश कुमार साहू, देवदत्त द्विवेदी, मोहन साहू, साधना प्रमोद साहू, महेंद्र खोडियार, सूर्यकांत राठौर, राजेश देवांगन, गज्जू साहू, प्रमिला साहू, सोहन साहू, प्रीतम ठाकुर, अमन ठाकुर, गायत्री सुनील चंद्राकर, मीना ठाकुर, कृष्णा पंचुराम भारती, राधिका साहू, भोलाराम साहू, रामहीन कुरें, अवतारसिंह बागल, कृतिका जैन, कैलाश बेहरा, राजेश कुमार गुप्ता, पुष्पा रोहित साहू, प्रभा मनोज विश्वकर्मा, प्रदीप कुमार वर्मा, ज्ञानचंद चौधरी, घनश्याम रक्सेल, श्वेता विश्वकर्मा, दीपक जायसवाल, आनंद अग्रवाल, सुमन अशोक पाण्डेय, आशु चंद्रवंशी, सरिता दुबे, अम्बर अग्रवाल, अजय साहू, मुरली शर्मा, प्रीति परताले, संजना संतोष हियाल, संतोष साहू, महेश ध्रुव, अनामिका सिंह, गायत्री नौरंगे, उत्तरा सिंह, विनय पंकज निर्मलकर, मनोज जांगडे, सुषमा तिलक साहू, विनय प्रताप सिंह ध्रुव, सचिन मेघानी, अमर गिदवानी, स्वप्निल मिश्रा, अंजलि जितेन्द्र गोलछा, रमेश सपहा, रवि सोनकर, बद्री प्रसाद गुप्ता, प्रमोद कुमार साहू, मनोज वर्मा, मंजू राजेंद्र सिंह यादव, श्याम सुंदर अग्रवाल, ममता तिवारी, दुर्गा यादराम साहू, महेंद्र औसर और अर्जुन यादव ने भी रैली में शामिल होकर नामांकन दाखिल किया।
रैली में शामिल भाजपा कार्यकर्ता मीनल चौबे को वोट देकर भारी जीत दिलाने की अपील कर रहे थे तो लोग स्वस्फूर्त श्रीमती मीनल दीदी के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। ढोल-नगाड़ों की थाप पर निकली नामांकन रैली जैसे-जैसे नामांकन स्थल की ओर बढ़ती गई, वैसे जगह-जगह वार्ड से भी लोग रैली में शामिल होते गए। कुछ ही समय में भाजपा की नामांकन की रैली ने भव्य रुप ले लिया। इसमें भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरूष अपनी भागीदारी निभाई। विहंगम और भव्य रैली को देखकर लोग उत्साह में नारे भी लगाने लगे, यह नामांकन नहीं, विजय जुलूस है।
दीदी मीनल चौबे के प्रति लोगों में अपार प्यार-स्नेह दिखा। उनकी रैली के पहुंचे ही उनका स्वागत किया। पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया तो मीनल चौबे ने भी लोगों पर पुष्प वर्षा कर लोगों का अभिवादन किया। जगह-जगह महिलाओं ने उनकी आरती उतारकर विजयश्री का आशीर्वाद दिया। उन्हें जीत की अग्रिम बधाई देते हुए कहा कि दीदी हमलोग अब किसी भ्रष्टाचारी को नहीं जीतने देंगे, आपकी सेवा के लिए भाजपा ने आपको टिकट देकर पहले ही जीत की पटकथा लिख दी है।
इस रैली के दौरान लोगों ने अपनी भावनाएं भी व्यक्त करने से खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा कि पांच साल तक पूरे शहर को नर्क बनाने वाले कांग्रेसी मेयर और उसके पार्षदों को इस बार रायपुर की जनता हार का स्वाद चखाएगी। कांग्रेस के जितने भी मेयर हुए, उन लोगों ने विकास के नाम पर सिर्फ लूट मचाई। लोगों को मूलभूत सुविधाओं के नाम पर ठगने का काम किया। न कभी नाली की सफाई हुई और न ही शहर के गार्डेनों का रख-रखाव हुआ। वार्डों की सड़कें पांच साल से बदहाल हैं। तालाबों के सौंदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए के घोटाले किए हैं। इससे जनता ने इस बार ठाना है कि अब डबल इंजन की विष्णुदेव साय सरकार के साथ ही शहर की सत्ता पर भाजपा को बैठाना है।
रैली और भाजपा की मेयर पद के लिए घोषित दीदी मीनल चौबे को लेकर लोगों में अपार उत्साह दिखा। लोगों ने कहा कि भाजपा ने रायपुर शहर की जनता की सुविधाओं को सक्रिय और संघर्षशील प्रत्याशी को मेयर का टिकट दिया है। मीनल दीदी साफ-स्वच्छ छवि और सेवा की प्रतिमूर्ति हैं। उन्होंने कांग्रेस राज में शहर को विकास के नाम पर लूटने वाले कांग्रेस मेयर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था और उनकी मनमानी को रोकने के लिए सतत संघर्ष किया है। वे अपने ही वार्ड ही नहीं, रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के रूप में पूरे शहर की जनता के मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए संघर्ष किया है।
लोगों को जैसे ही पता चला कि दीदी मीनल चौबे को मेयर पद के लिए भाजपा प्रत्याशी बनाया है, वे इतने खुश और उमंग में आ गए, खुद बड़ी ही बेबाकी से कहा कि भैया अब तो हमारी राजधानी में विष्णुदेव भैया का सुशासन आएगा। इसके लिए हम लोग बूथ तक चलकर दीदी को जिताने के लिए कमल के निशान के सामने बटन दबाएंगे क्योंकि अब बहुत हो चुका। कांग्रेस की लूट से जनता के मन में आक्रोश है। इस बार शहर को एक बार फिर साफ-स्वच्छ-सुंदर और विकास कार्य के लिए भाजपा के मेयर को जिताना है। इसका इंतजार हम लोग पांच साल से बेसब्री से कर रहे थे कि चुनाव होने दो कांग्रेसियों को शहर की सत्ता से हटाएंगे।
रैली के दौरान एक छत से आवाज अचानक गूंज उठी। यह आवाज किसी कार्यकर्ता की नहीं, चाक-चौराहों और घरों की छतों से आ रही थी- भाजपा को लाना है, बटन दबाओ कलम निशान पर, मीनल दीदी आएंगी, शहर में भाजपा का सुशासन लाएंगी। इन नारों के बीच ही एक युवाओं की टोली ने जब यह नारा लगाना शुरू किया कि बँटोगे तो लुटोगे। इस नारे के बाद लोग एक-दूसरे से भी कहने लगे। सही है इस नारे का मतलब, बंटोगे तो लुटोगे, यही है इसका मतलब। इन कांग्रेसियों को अब शहर नहीं लूटने देंगे। इस बार शहर में भाजपा का मेयर जिताकर, भाजपा का सुशासन लाना है।