छत्तीसगढ़। कोल ट्रांसपोर्ट हड़पने के मामले में ईडी (Enforcement Directorate) ने 152 करोड़ रुपये का अवैध हनन करने वाले आईएएस समीर विश्वनोई समेत 3 के चार्ज का चार्ज साइजिक कोर्ट में पेश किया है। ईडी ने 152 करोड़ रुपए के कोल ट्रांसपोर्ट में घपले के मामले में मामला दर्ज किया था। चार्ज फर्स्ट साइज़ आईएएस समीर विश्नोई और कर्मचारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील के खिलाफ पेश की गई है। ईडी ने चार्टर में आकार में कोल ट्रांसपोर्ट मामले में पंद्रह2 करोड़ रुपए के गोलमाल की आशंका जताई है। साथ ही जमीनों की पसंद-बिक्री में भी काफी गड़बड़ी का उल्लेख आकार में है। ईडी ने छत्तीसगढ़ के कोल ट्रांसपोर्ट मामले में शुक्रवार को पहली बार पेश किया है। करीब 8000 पेज के आकार और दस्तावेजों को बड़े पेटी और गठरियों में बांधकर ईडी की टीम कोर्ट ने दायर की और विशेष मजिस्ट्रेट अजय सिंह राजपूत ने अदालत में पेश किया।
ईडी ने पूरे दस्तावेज के साथ आकार के आकार में 251 की समरी को भी कोर्ट में पेश किया है। रक्षा पक्ष ने कोर्ट से आकार की प्रतिलिपि बनाई, जिस पर मजिस्ट्रेट शनिवार को फैसला करेगा। कोल ट्रांसपोर्ट मामले में आईएएस सहित तीन गिरफ्तारियां 10 दिसंबर से 60 दिनों तक हो रही हैं। ईडी ने जिन लोगों के खिलाफ चार्ज साइज पेश की है, उनकी पेशी शनिवार को हुई। वहीं इसके अलावा उपसचिव सौम्या चौरसिया को रिमांड खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया गया। ईडी के वकील ने बताया कि कोल ट्रांसपोर्ट मामले में कुछ और लोगों के खिलाफ ईडी का विवेचना चल रहा है। हालांकि इन नामों का खुलासा नहीं हुआ है।
भिलाई के युवक दीपक टांडे ने कोर्ट में अर्जी रेज ईडी के अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। दीपक ने अर्जी में लिखा है कि ईडी के अधिकारी पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित कर रहे हैं। उसे चरा रहे हैं। दोनों हाथ जुड़ते हैं और अपशब्द कहते रहते हैं। उसने बताया कि उसे 5 बार ईडी ने पूछताछ के लिए स्क्रीन पर बुलाया था। उन्होंने इस प्रक्रिया के तहत पूरी तरह से शांति चौरसिया को जमींदोज कर दिया है और इससे जुड़े सभी दस्तावेज ईडी को सौंपे गए हैं। टांडे ने ऐसी ही शिकायत भिलाई के स्मृतिनगर थाने में भी की है।