पूर्व सीएम भूपेश के एक्स पोस्ट से चढ़ा सियासी पारा : भाजपा का तंज अवैध शराब से क्यों लूटा सरकारी खजाना

By : hashtagu, Last Updated : November 14, 2024 | 8:15 pm

  • अवैध शराब बेच के सरकारी खजाना लूटने वाले थोड़ी शर्म करें:संजय श्रीवास्तव
  • कोरोंना के समय लोगों को दवा चाहिए थी तब भूपेश सरकार शराब बेच रही थी:भाजपा
  • रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने शराब के लिए आबकारी विभाग द्वारा ‘मनपसंद’ एप (‘Manpasand’ app by Excise Department)लॉन्च किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोशल मीडिया प्लेटपार्म पर आई टिप्पणी को कोरा प्रलाप बताते हुए कहा कि शराब के कारबोर(alcohol carb) को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर कोई भी टिप्पणी करने से पहले बघेल को कम-से-कम अपना गिरेबां तो झाँक लेना था। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि शराब घोटाला और हजारों करोड़ रुपए के दीगर घोटाले करने वाली कांग्रेस सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को ऐसी ओछी टिप्पणियां करने पर शर्म महसूस करनी चाहिए।

    भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि राजनीतिक निर्लज्जता की सीमाएँ लांघते बघेल को यह याद रखना चाहिए कि कांग्रेस के शासनकाल में शराब के दो काउंटर चलते थे, एक वैध और दूसरा अवैध। यह सब करके कांग्रेस की भूपेश सरकार सरकारी खजाने तक को लूटकर गई। अब भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि सबकुछ वैध हो, पारदर्शी हो, ऑनलाइन हो और किसी भी प्रकार से राजस्व की हानि न हो। इस नेक इरादे से शुरू किए गए एप पर बघेल आज प्रलाप कर रहे हैं।
    श्रीवास्तव ने कहा कि जब कोरोना की भयावह त्रासदी से पूरा प्रदेश जूझ रहा था तब मुख्यमंत्री रहते हुए बघेल शराब की बिक्री चालू कराने के लिए किस स्तर तक जाकर लालायित हो रहे थे। जब एक तरफ कोरोना के चलते लोग मर रहे थे और जब जनता को दुआ और दवा की जरूरत थी, तब तो खुद बघेल भी एप लॉन्च करके घरों-घर शराब पहुंचा रहे थे और जो लोग बघेल के कहने पर यह काम कर रहे थे, आज सब जेल में हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि गंगाजल की सौगंध खाकर किए गए पूर्ण शराबबंदी के वादे से मुकरने और 2 हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला करने वाले बघेल आज किस मुंह से एप की लॉन्चिंग तानाकशी कर रहे हैं?। कम-से-कम बघेल को तो ऐसी ओछी टिप्पणियाँ करना शोभा नहीं देता। श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा सरकार के हर काम में पारदर्शिता है। बघेल ने तो शराब की कोचियागिरी की सनक में प्रदेश की युवा प्रतिभाओं की बेरोजगारी का मजाक उड़ाकर उन्हें रोजगार के नाम पर शराब के गोरखधंधे में डिलीवरी ब्वॉय तक बनाने का कलंकित कृत्य करने में शर्म तक महसूस नहीं की थी।

    यह भी पढ़े:   सीएम विष्णुदेव साय ने क्यों तौल की मशीन को पूजा, इसकी ये बड़ी वजह