बस्तर में भारी बारिश और बाढ़ से तबाही: अब तक 5 की मौत, 200 मकान ढहे, 2196 लोग राहत शिविरों में
By : dineshakula, Last Updated : August 28, 2025 | 1:48 pm
रायपुर/बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग (Bastar Division) में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा मकान ढह गए हैं। 2196 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
सबसे ज्यादा असर दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और बस्तर जिलों में देखा गया है।
क्या हुआ अब तक:
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100 से ज्यादा गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं।
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15 से ज्यादा पुल-पुलिए टूटे, कई सड़कें बंद।
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50 करोड़ रुपए से ज्यादा के नुकसान का अनुमान।
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NH-30 पर दरभा घाटी में बाढ़ में कार बहने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत।
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वायुसेना और SDRF रेस्क्यू में जुटी हुई हैं।
प्रशासन की कार्रवाई:
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बाढ़ प्रभावित जिलों में तेजी से राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है।
राजस्व सचिव रीना कंगाले ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 4 जिलों में 43 राहत शिविर बनाए गए हैं।
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दंतेवाड़ा: 1116 लोग
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सुकमा: 790 लोग
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बीजापुर: 120 लोग
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बस्तर: 170 लोग
अब तक 5 लोगों और 17 पशुओं की मौत की पुष्टि हुई है।
बाढ़ का कारण:
भारी बारिश के कारण इंद्रावती नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे शंखनी-डंकनी नदियों का पानी नहीं बह पाया और आसपास के गांवों में पानी भर गया। 53 साल बाद डंकनी नदी में ऐसा उफान देखा गया।
रास्ते बंद:
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जगदलपुर-चित्रकोट मार्ग पूरी तरह बंद।
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दंतेवाड़ा का संपर्क लगभग सभी गांवों से टूटा।
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बीजापुर-हैदराबाद रोड भी बंद।
मौसम का हाल:
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बस्तर में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश:
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सुकमा: 210 मिमी
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बास्तानार: 200 मिमी
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लोहांडीगुड़ा: 190 मिमी
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बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर सिस्टम के कारण अगले दो दिन और भारी बारिश की संभावना।
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कोंडागांव और कांकेर में यलो अलर्ट।
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13 जिलों में बादल, बिजली और तेज हवा को लेकर चेतावनी जारी।




