रायपुर। विधानसभा में आज शराब दुकान (Liquor store) का मामला छाया रहा। सच तो यह है कि प्रदेश की दुकानों से विधिवत रूप से प्रतिदिन की बिक्री की राशि कोषालय में जमा की जा रही है या नहीं, इस तरफ किसी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है। सिर्फ औचक निरीक्षण की आड़ में सभी दुकानों से मोटी रकम उगाही हो रही है।
शराब दुकानों के संचालन के लिए बाकायदा शासन के दिशा-निर्देश हैं, पर पालन कराने वाले कोई नही हैं। प्लेसमेंट एजेंसियां दुकान के संचालन के नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ा रही हैं। प्रदेश के 700 दुकानों में आज तक कभी न तो स्टॉक का मिलान किया गया। न बिक्री राशि का हिसाब । जितना मनचाहे कोषालय में जमा और मनमर्जी खर्च कर रहे हैं। 31/12/2023 की स्थिति में ही कांकेर, सूरजपुर, दंतेवाड़ा की। दुकानों में लगभग 25 लाख से अधिक की नगद राशि की चोरी की रिपोर्ट उजागर हुई है।
यह भी पढ़ें : राजीव युवा मितान क्लब पर लगेगा ताला! 126 करोड़ रुपए की होगी ऑडिट