Inside Story : नई पार्टी बनाकर ‘चुनावी जंग’ में कूदे अरविंद नेताम,  50 सीटों पर बिगाड़ेंगे कांग्रेस-BJP का खेला!

अभी हाल में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम (Former Union Minister Arvind Netam) ने हमर

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  • Updated On - August 12, 2023 / 01:27 PM IST

रायपुर। अभी हाल में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम (Former Union Minister Arvind Netam) ने हमर राज नई पार्टी (Humar Raj New Party) के गठन का किया है। इनके नाम का पास उन्हाेंने चुनाव आयोग को भेज दिया है। पार्टी के पंजीकृत होते ही इसके संगठन के पदाधिकारियों की घोषणा करेंगे। आज उन्होंने मीडिया को बताया वे अपने पार्टी के जरिए कांग्रेस अौर बीजेपी से त्रस्त छत्तीसगढ़ की जनता को उनसे मुक्ति दिलाएंगे। इन दोनों पार्टियों ने प्रदेश की जनता को ठगा है।

कांकेर में मीडिया से बातचीत करने हुए अरविंद नेताम ने बताया कि कांग्रेस सरकार की आदिवासी विरोधी नीति से परेशान होकर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है और अब आदिवासी समाज स्वंय राजनीतिक मैदान में अपने हक की लड़ाई लड़ने उतरेगा। उन्होंने बताया कि आदिवासी वर्ग के लिए 29 सीट आरक्षित है इन सभी मे पार्टी अपना प्रत्याशी उतारेगी। बताया कि वे प्रदेश की 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। नेताम ने बताया कि उनकी पार्टी छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में 50 सीट पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है, साथ ही बसपा और सीपीआई से गठबंधन की बातचीत भी जारी है।

गौरतलब है कि आदिवासी समाज कांग्रेस और बीजेपी से नाराज चल रहा है। ऐसे में उन्होंने नई पार्टी के जरिए उन्हें एकजूट होने पर जोर देंगे। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक अगर आदिवासी समाज उनके साथ आ जाते हैं तो जाहिर तौर पर छत्तीसगढ़ की सियासत में बड़ा खेल हो जाएगा। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस में चुनावी लड़ाई काफी करीबी हो जाएगी। कहा जा रहा है कि अगर 25 प्रतिशत आदिवासी का मूवमेंट उनकी पार्टी की ओर हो गया तो जाहिर है कांग्रेस और बीजेपी को बड़ा नुकसान होगा। क्योंकि आदिवासी बीते विधानसभा के उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे थे। वैसे ये वक्त ही बताएगा कि क्या आदिवासी समाज का समर्थन अरविंद नेताम को मिलता है कि नहीं।

कांग्रेस ने कहा था, उनके इस्तीफे से कोई असर नहीं पड़ेगा

अरविंद नेताम के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने कहा था कि उनके इस्तीफे से कोई असर नहीं पड़ने वाला है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक सार्वजनिक मंच से कहा था, अरविंद नेताम ने इस्तीफा देने में देरी की। उन्हें तो बहुत पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस ने कहा था, अरविंद नेताम कांग्रेस पार्टी में किसी नए आदिवासी नेता को आगे बढ़ता नहीं देख सकते। इसलिए उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियों में काफी दिनों से लगे थे। इधर, बीजेपी ने अरविंद नेताम के इस्तीफे पर कहा था, कांग्रेस सिर्फ आदिवासियों का अपमान ही करती है।

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