रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के साजा विधानसभा प्रत्याशी ईश्वर साहू (Saja Assembly Candidate Ishwar Sahu) ने कांग्रेस प्रत्याशी और राज्य सरकार के मंत्री रविंद्र चौबे (Minister Ravindra Choubey) की टिप्पणी पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि वह कह रहे हैं कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ईश्वर साहू का नाम लेकर अपना कद घटा लिया तो सच्चाई यह है कि देश के गृहमंत्री ने ईश्वर साहू का नाम नहीं लिया है बल्कि उन्होंने सनातन सत्य के लिए शहादत देने वाले एक पुत्र के पिता को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है।
ईश्वर साहू ने मंत्री चौबे की टिप्पणी से द्रवित होकर कहा कि साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरनपुर में जिहादी उन्माद में हत्या के नामजद आरोपियों को तुष्टिकरण की राजनीति के तहत संरक्षण देने वाले और निर्दोष युवाओं को जेल में डालने वाले हमारी पीड़ा को नहीं समझ सकते। जब हम कांग्रेस की सरकार से न्याय मांग रहे थे। हत्यारों का नाम भूपेश बघेल की पुलिस को बताया। कार्रवाई की मांग की। न्याय मांगा। तब चौबे जी कहां थे? वे या उनका कोई कार्यकर्ता तक झांकने नहीं आया। वह स्थानीय विधायक होने और राज्य के मंत्री होने के नाते निष्पक्ष कार्रवाई कराने की बजाय तुष्टिकरण की राजनीति में लगे थे। कांग्रेस की सरकार ने हमें न्याय देने की बजाय हमारे बेटे भुनेश्वर के बलिदान पर हमें खैरात देने की कोशिश की। जिसे हमने ठुकरा दिया। यह भारतीय जनता पार्टी है, जिसने विकट विपत्ति के दौर में हमारे परिवार को अपना परिवार माना। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव और भाजपा के सभी नेताओं ने हमें न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया।
भाजपा के साजा प्रत्याशी ईश्वर साहू ने कहा कि रविंद्र चौबे ने जनप्रतिनिधि होने के नाते जो उनका धर्म बनता था, वह तो निभाया नहीं और जब भाजपा ने मुझे उनके विरुद्ध चुनाव में खड़ा किया है और न्याय के लिए भटकते पीड़ित पिता को अन्य पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की सामर्थ्य शक्ति दी है तो चौबे जी को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
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