रायपुर। कवर्धा के लोहारीडीह हिंसा(Loharidih violence) मामले में जेल बंद कैदियों से राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने 24 सितंबर को मुलाकात की थी। इसके बाद नायक ने आरोप लगाया कि जेल में बंद महिलाओं(women in prison) को निर्वस्त्र करके पीटा गया है। महिलाओं के संवेदनशील अंगों पर चोट के निशान हैं। उन्होंने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, हाईकोर्ट के न्यायाधीश, मानवाधिकार आयोग, राज्यपाल को पत्र लिखकर तत्कालीन एसपी अभिषेक पल्लव सहित पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी। जिस पर अब राज्यपाल रमेन डेका ने गृह विभाग से जानकारी मांगी है।
बता दें कि राज्यपाल रमेन डेका के अवर सचिव ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजकर लोहारीडीह मामले में आवश्यक कार्यवाही करने और कार्यवाही के बाद छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग एवं राज्यपाल सचिवालय को अवगत कराने का निर्देश दिया है।
15 सितंबर को कवर्धा के लोहारीडीह में भयानक हिंसा हुई थी। यहां गांववालों को शक हुआ कि शिव प्रकाश उर्फ कचरू साहू की हत्या उपसरपंच रहुनाथ साहू ने कराई है। इसके बाद गांववाले इक_े हुए और उसके घर में आग लगा दी। इस अग्रिकांड में साहू जिंदा जल गया। हैरानी की बात यह है कि गांव वालों ने पुलिस को गांव में घुसने नहीं दिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसमें एसपी सहित कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। इधर, इस अग्निकांड को लेकर पुलिस ने आगजनी के आरोपी और बीजेपी कार्यकर्ता प्रशांत साहू को उठा लिया। प्रशांत की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई, इसके बाद बवाल मच गया। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मामले को लेकर मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए। उन्होंने तत्काल प्रभाव से कलेक्टर और एसपी को हटा दिया। दूसरी ओर, सरकार ने 23 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया।