मंत्रियों को नहीं छोड़ना पुराने बंगले, कांग्रेस बोली- वसूले किराया

सरकार ने नवा रायपुर को एक आधुनिक और सुव्यवस्थित राजधानी बनाने के लिए अरबों रुपये खर्च कर शानदार बंगले, मंत्रालय भवन, विधानसभा और विभागीय मुख्यालय बनाए हैं

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  • Publish Date - October 9, 2025 / 05:38 PM IST

नवा रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर (Naya Raipur) में मंत्रियों के दोहरे बंगले को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य के कई मंत्री नए बंगले में शिफ्ट हो चुके हैं, लेकिन पुराने बंगले खाली नहीं कर रहे हैं। इससे सरकारी धन और संसाधनों की बर्बादी हो रही है। कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार ऐसे मंत्रियों से पुराने बंगले का किराया वसूले।

सरकार ने नवा रायपुर को एक आधुनिक और सुव्यवस्थित राजधानी बनाने के लिए अरबों रुपये खर्च कर शानदार बंगले, मंत्रालय भवन, विधानसभा और विभागीय मुख्यालय बनाए हैं। मुख्यमंत्री निवास और मंत्रियों-अधिकारियों के लिए अलग-अलग बंगले तैयार किए गए हैं। अब तक छह से ज्यादा मंत्री नए बंगले में शिफ्ट हो चुके हैं, लेकिन कई पुराने बंगलों पर भी कब्जा जमाए हुए हैं।

वर्तमान में राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री हैं। सभी को नवा रायपुर में नए बंगले अलॉट किए जा चुके हैं। इनमें से पांच मंत्री अपने नए बंगले में शिफ्ट हो गए हैं, लेकिन पुराने बंगले अभी भी उनके कब्जे में हैं। केवल कृषि मंत्री रामविचार नेताम और तीन नए मंत्रियों के पास एक-एक बंगला है। बाकी दस मंत्रियों के पास तकनीकी रूप से दो-दो बंगले हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि एक मंत्री को एक ही बंगले में रहना चाहिए। दो-दो बंगले रखना जनता के पैसे की बर्बादी है और सरकार को इससे किराया वसूलना चाहिए। उन्होंने इसे अनुचित और गैरजिम्मेदाराना बताया।

भाजपा ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को पहले अपने कार्यकाल की जांच करनी चाहिए। उनके कई मंत्रियों ने सरकारी बंगलों में अवैध निर्माण कराए और जमीन पर कब्जा किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भूपेश बघेल ने खुद भिलाई-3 में जमीन का लाभ उठाया।