रायपुर: रायपुर में शुरू हुई दो दिवसीय DGP/IGP नेशनल कॉन्फ्रेंस के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था के विभिन्न पक्षों पर विस्तृत चर्चा की। देशभर के पुलिस प्रमुखों की यह कॉन्फ्रेंस सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और नई तकनीकों के उपयोग पर राष्ट्रीय स्तर पर रणनीति तैयार करने का एक महत्वपूर्ण मंच मानी जाती है।
कॉन्फ्रेंस में साइबर सुरक्षा, आतंकवाद रोकथाम, भीड़ नियंत्रण, मानव तस्करी, नशा रोकथाम, कानून-व्यवस्था को मजबूत करने, रियल-टाइम निगरानी, ड्रोन टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग और डेटा आधारित अपराध विश्लेषण जैसे पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श हुआ। देश के अलग-अलग राज्यों से आए DGPs और IGPs ने अपने राज्यों की सफल पहलों और पुलिसिंग में किए गए नवाचारों को भी प्रस्तुत किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा बलों के समर्पण और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा हर नागरिक की प्राथमिकता होनी चाहिए और पुलिस को आधुनिक तकनीक व डेटा-ड्रिवन एप्रोच अपनाकर खुद को लगातार अपडेट करते रहना चाहिए।
The first day of the DGP/IGP Conference in Raipur witnessed extensive deliberations on different aspects of India’s security system. This is a great forum to share best practices and innovations in this field. pic.twitter.com/Qo3k0myIDU
— Narendra Modi (@narendramodi) November 29, 2025
गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा ढांचे को मजबूत बनाने के लिए डिजिटल टूल्स, इनोवेशन और तेज कार्रवाई पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्यों के बीच बेस्ट प्रैक्टिस साझा करने से न केवल सहयोग बढ़ता है, बल्कि एक प्रभावी राष्ट्रीय रणनीति भी तैयार होती है।
अधिकारियों ने कहा कि इस फोरम ने उन्हें नई तकनीकों, प्रक्रियाओं और सुरक्षा रणनीतियों की महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिन्हें वे अपने राज्यों में लागू कर सकेंगे। दो दिवसीय इस कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन भी अपराध रोकथाम, डेटा एनालिटिक्स, कानून-व्यवस्था और आधुनिक पुलिसिंग तकनीकों पर विस्तृत सत्र आयोजित किए जाएंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कॉन्फ्रेंस आधुनिक पुलिसिंग के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।