छत्तीसगढ़ को मिला नया विधानसभा भवन: प्रधानमंत्री मोदी ने किया उद्घाटन, अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण और मां के नाम लगाया पौधा

By : dineshakula, Last Updated : November 1, 2025 | 12:47 pm

रायपुर, छत्तीसगढ़:  1 नवंबर, छत्तीसगढ़ के इतिहास में एक नया अध्याय बन गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर में नव निर्मित विधानसभा भवन (Assembly building) का उद्घाटन किया। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के इस रजत जयंती वर्ष में यह भवन लोकतंत्र के नए युग का प्रतीक बनकर उभरा है।

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण कर की। इसके बाद उन्होंने परिसर में अपनी मां के नाम पर एक रुद्राक्ष का पौधा लगाया। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उनके साथ मौजूद रहे।

Pm With Mlas

Pm With Mlas

प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐतिहासिक क्षण को छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा की नई शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि “राज्य की नई विधानसभा सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि 25 वर्षों की जनभावनाओं, परंपराओं और प्रगति का प्रतीक है।”

प्रधानमंत्री ने इसके बाद डॉ. रमन सिंह, ओम बिरला, रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ भवन का भ्रमण किया। वे नए सदन के भीतर पहुंचे, जहां विधायकों से मुलाकात की और भवन की तकनीकी एवं वास्तुकला संबंधी विशेषताओं का अवलोकन किया।

PM in state assembly

PM in state assembly

रायपुर के ऐतिहासिक राजकुमार कॉलेज से शुरू हुई राज्य की विधायी यात्रा अब इस अत्याधुनिक भवन में पहुंच चुकी है। ₹324 करोड़ की लागत से बने 51 एकड़ क्षेत्र में फैले इस विधानसभा परिसर को तीन मुख्य विंग—A, B और C—में विभाजित किया गया है। विंग A में विधानसभा सचिवालय, विंग B में मुख्य सदन, सेंट्रल हॉल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय, जबकि विंग C में मंत्रीगणों के कक्ष बनाए गए हैं।

भवन की वास्तुकला छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और कृषि धरोहर से प्रेरित है। “भारत का धान का कटोरा” कहे जाने वाले इस प्रदेश की आत्मा को ध्यान में रखते हुए सदन की छत पर धान की बालियों और पत्तियों की आकृतियां उकेरी गई हैं। बस्तर के पारंपरिक कारीगरों द्वारा तैयार लकड़ी के दरवाजे और फर्नीचर इस भवन को अनोखी पहचान देते हैं।

यह आधुनिक भवन पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस असेंबली सिस्टम से लैस है। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर इसे “स्मार्ट विधानसभा” के रूप में विकसित किया गया है। सदन में आवश्यकता पड़ने पर 200 सदस्यों तक की व्यवस्था भी की जा सकती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भवन न केवल छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिपक्वता का प्रतीक है, बल्कि देश की संघीय भावना और लोकतंत्र की जीवंतता का भी साक्ष्य है।