रायपुर। आज BJP से राज्यसभा सीट के लिए घोषित उम्मीदवार राजा देवेंद्र प्रताप सिंह (Candidate Raja Devendra Pratap Singh) ने नामांकन पत्र भरा। एक मिडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बड़ी बात कही। कहा-राजा देवेंद्र प्रताप ने कहा था “मेरा नाम एक आश्चर्य के रूप में आया।
मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया है। मैं मुझे उच्च सदन में भेजने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं।” सिंह ने आगे कहा था, “सौभाग्य है कि मुझे पीएम मोदी के नेतृत्व में काम करने का अवसर मिलेगा। राज्यसभा सदस्य के रूप में मैं रायगढ़ के विकास के लिए प्रयास करूंगा।” राजा देवेंद्र प्रताप सिंह महिला नेत्री सरोज पांडेय की जगह लेंगे। उनका कार्यकाल इसी साल दो अप्रेल को ख़त्म हो रहा है।
देवेन्द्र प्रताप सिंह रायगढ़ के तत्कालीन गोंड (आदिवासी) शाही परिवार के वंशज और रायगढ़ (Raigarh) जिले के लैलूंगा (Lailunga) से मौजूदा जिला पंचायत सदस्य हैं। वहीं उनके पिता स्व. सुरेंद्र कुमार सिंह (Surendra Kumar Singh) प्रदेश में 20 सालों से अधिक तक विधायक के तौर पर रहे। हालांकि देवेंद्र के पिता कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते थे. बता दें कि राजा देवेंद्र प्रताप सिंह एमए तक की पढ़ाई की है। इसके अलावा इतिहास से स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल की है. राजा देवेंद्र प्रताप सिंह के पिता राज्य सुरेंद्र प्रताप सिंह भी राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। राजा देवेंद्र प्रताप कांग्रेस में भी थे, लेकिन दो दशक पहले वो बीजेपी में शामिल हो गए। उनकी पत्नी रानी भवानी देवी सिंह है।
प्रताप सिंह राजनीति के साथ-साथ व्यापार से भी जुड़े हैं। वो अभी भारत पेट्रोलियम रायगढ़ के रिटेल आउटलेट के डीलर हैं। साथ ही कृषि सामिग्री का भी डिलरशिप उनके पास है। अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखने वाले देवेंद्र प्रताप सिंह राजनीति में भी काफी सक्रिय रहे हैं। 2005-06 तक राजा देवेंद्र प्रताप सिंह अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री रह चुके हैं। इसके बाद साल 2008 में भाजपा प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य बने। फिर 2011-12 में अनुसूचित जनजाति मोर्चा रायगढ़ के जिलाध्यक्ष रहे। 2011 में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहे। इसके अलावा रेलवे हिंदी सलाहकार समिति (रेलवे मंत्रालय) के सदस्य भी रह चुके हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सक्रिय सदस्य रहे हैं। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी के 54 विधायक, जबकि कांग्रेस के 35 विधायक हैं। वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का विधानसभा में एक सदस्य है।
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