छत्तीसगढ़ में योजनाओं के ‘विकेंद्रीकरण’ से 3 करोड़ चेहरों पर मुस्कान!

By : madhukar dubey, Last Updated : October 5, 2023 | 9:45 am

  • गांव उत्पादन और शहर विपणन का केंद्र हैं अतः गांवों को स्वावलंबी होना चाहिएः मुख्यमंत्री
  • “भरोसा अउ सरकार” कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
  • रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) एक निजी टीवी न्यूज चैनल के द्वारा आयोजित “भरोसा अउ सरकार” कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में गांवों की संख्या अधिक है और शहरों की कम है । गांव जहां उत्पादन के केंद्र हैं वहीं शहर ग्रामीण उत्पादों के विपणन का केंद्र हैं अतः गांवों को स्वावलंबी होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को स्वावलंबी बनाने के लिए ही छत्तीसगढ़ में ग्रामीण औद्योगिक पार्क(Rural Industrial Park) की शुरूआत की गयी है और वर्तमान में राज्य में 300 रीपा की स्थापना हो चुकी है जहां रोजगार के साथ ही फ्री वाईफाई की सुविधा के साथ युवा आनलाइन शिक्षा का भी लाभ ले रहे हैं।

    मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के किसानों को स्वावलंबी बनाने का कार्य किया है, इसके लिए पहले किसानों के कर्ज माफ किए गए और फिर समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की गयी। इतना ही नहीं जिनके पास स्वयं की जमीन नहीं थी उन्हें भी न्याय योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है और 7 हजार रूपए की आर्थिक मदद दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के साथ ही छत्तीसगढ़ के प्रत्येक वर्ग की जेब में योजनाओं के माध्यम से पैसे पहुंच रहे हैं और इसका सीधा लाभ व्यापारियों को मिल रहा है , यही वो वजह थी कि कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ में मंदी का प्रभाव नहीं रहा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों व मजदूरों के सपने छोटे-छोटे हैं। राज्य सरकार ने योजनाओं का विकेंद्रीकरण कर के 3 करोड़ लोगों के सपने सच किए हैं और इससे हर किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजनाओं से वर्तमान सरकार ने सरगुजा से लेकर बस्तर तक के लोगों का भरोसा जीता है।

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