रायपुर। (Legislative Assembly Narayan Chandel) विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का कांग्रेसियों ने (putala phoonka) पुतला फूंका। उनके बेटे पर दुष्कर्म के मामले में केस दर्ज किया गया है। जिसे लेकर कांग्रेस ने उग्र रुप धारण कर लिया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा हर बार बलात्कारियों के साथ खड़ी रहती है। अब जरूरत है कि भाजपा से बेटी बचाओ अभियान चलाने की जरूरत है।
रायपुर में शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश दुबे की अगुवाई में कार्यकर्ता गांधी मैदान में इकट्ठा हुए। वहां भाजपा और नारायण चंदेल के खिलाफ नारेबाजी के साथ कार्यकर्ताओं ने पुतले को आग लगाई और चप्पलों से पीटा। बाद में पुलिस ने बोतलों से पानी छिड़ककर पुतले में लगी आग बुझाई और प्रदर्शनकारियों को हटाया। इस तरह के प्रदर्शन प्रदेश के सभी संगठन जिलों में होने की खबर है। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने निर्देशित किया था। कांग्रेस नेताओं का कहना था,नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के पुत्र के ऊपर एक अनुसूचित जनजाति की महिला के साथ दुराचार का आरोप बेहद ही गंभीर मामला है। चंदेल के पुत्र के खिलाफ थाने में एफआईआर भी दर्ज हो गयी है ऐसे में नेता प्रतिपक्ष अपने पुत्र को खुद थाने में समर्पण करने को कहे और कानून की मदद करें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा, भानुप्रतापपुर उप चुनाव में भी भाजपा ने अपने बलात्कारी नेता को प्रत्याशी बनाया था। पूरे देश ने देखा है कैसे उन्नाव और कठुआ में हुई बलात्कार की घटना के बाद भाजपा के नेता बलात्कारियों को बचाने के लिए झंडा लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। पीड़ित पक्ष को डराया जाता था, धमकाया गया उनके परिवार के सदस्यो की हत्या तक हो गई। मोदी के खास नेता शाहनवाज हुसैन के खिलाफ अभी न्यायालय के आदेश पर बलात्कार का मामला दर्ज हो रहा है। डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्री रहते उनके ओएसडी ओपी गुप्ता के ऊपर रेप का आरोप लगा और ४ साल तक पीड़िता का एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। मरकाम ने कहा, भाजपा का चरित्र ही बलात्कारियों के साथ खड़ा होना है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा, भाजपा दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ तक बलात्कारियों और दुराचारियों के समर्थन में खड़ी नजर आ रही है। दिल्ली में देश की नामचीन महिला पहलवान एक दुराचारी के खिलाफ आंदोलनरत है जो भाजपा का सांसद भी है। महिला पहलवान रो-रोकर न्याय की गुहार लगा रही हैं। इसके बावजूद भाजपा की केंद्र सरकार अपने महिला विरोधी चरित्र के कारण असंवेदनशील बनी हुई है।