कर्तव्य पथ पर निकली ‘छत्तीसगढ़’ की झांकी “बस्तर की आदिम जनसंसद : मुरिया दरबार”…VIDEO

नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल छत्तीसगढ़ की झांकी "बस्तर की आदिम जनसंसद : मुरिया दरबार

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  • Updated On - January 26, 2024 / 01:04 PM IST

  • जनसंपर्क विभाग ने तैयार की थी झांकी
  • जनजातीय संस्कृति में लोकतांत्रिक चेतना को प्रदर्शित करती हुई छत्तीसगढ़ की झांकी रही आकर्षण का केंद्र

रायपुर। नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस (Republic Day on the path of duty) की परेड में शामिल छत्तीसगढ़ की झांकी “बस्तर की आदिम जनसंसद : मुरिया दरबार” (Primitive People’s Parliament of Bastar: Muria Darbar) ने दर्शकों का मन मोह लिया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित देश के अनेक शीर्षस्थ लोग, विशिष्ट अतिथिगण तथा आम-नागरिक दर्शक-दीर्घा में उपस्थिति थे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि थे।

प्रदेश की इस झांकी के विषय चयन एवं प्रस्तुतिकरण के लिए राज्य शासन ने जनसंपर्क विभाग को जिम्मेदारी दी थी। विषयों पर व्यापक शोध एवं अन्वेषण के बाद वरिष्ठ अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में झांकी को तैयार किया गया था।छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ पर आधारित थी। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय “आदिम जन-संसद” के अंतर्गत जगदलपुर के “मुरिया दरबार” और कोंडागांव जिले के बड़े डोंगर में स्थित “लिमऊ-राजा” को दर्शाया गया था। झांकी के प्रदर्शन के दौरान कर्तव्य पथ पर छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने परब नृत्य भी प्रस्तुत किया।

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