CGPSC भर्ती घोटाले में टामन सोनवानी गिरफ्तार: CBI ने सुरक्षित स्थान पर की पूछताछ, BJP ने कहा- दोषियों को नहीं बख्शेंगे

CBI के विभागीय सूत्रों ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कुछ और अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है।

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  • Updated On - November 18, 2024 / 07:36 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) के पूर्व प्रमुख और वरिष्ठ IAS अधिकारी टामन सिंह सोनवानी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गिरफ्तार कर लिया है। सोनवानी पर CGPSC की भर्ती प्रक्रियाओं में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। उन्हें रायपुर की एक सुरक्षित जगह पर ले जाकर पूछताछ की गई है।

सूत्रों के अनुसार, सोनवानी पर आरोप है कि उन्होंने पैसे लेकर कुछ नेताओं और अधिकारियों के बच्चों को डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी जैसे उच्च पदों पर चयनित किया। CBI के विभागीय सूत्रों ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कुछ और अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है।

क्या है विवाद?

CGPSC की 2019 से 2022 तक की भर्तियों को लेकर विवाद खड़ा हुआ है। ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने इन भर्तियों में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप में पहले ही केस दर्ज कर लिया था। 2020 और 2021 में हुई भर्तियां इस विवाद के केंद्र में हैं। आरोप है कि तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों के साथ-साथ कांग्रेसी नेताओं और नौकरशाहों के बच्चों को लाभ पहुंचाया और उनके चयन में पक्षपात किया।

2021 भर्ती प्रक्रिया की कहानी

CGPSC 2021 के तहत 171 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। प्रारंभिक परीक्षा 13 फरवरी 2022 को हुई थी, जिसमें 2,565 उम्मीदवार सफल हुए थे। इसके बाद 26 से 29 मई 2022 के बीच मुख्य परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 509 अभ्यर्थी पास हुए। अंततः 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की अंतिम चयन सूची जारी की गई थी।

बीजेपी का बयान

भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “जो लोग युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे थे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। CBI को चाहिए कि वह तत्कालीन चेयरमैन के साथ-साथ सचिव और परीक्षा नियंत्रक को भी गिरफ्तार करे। लाखों मेहनतकश युवाओं के सपनों को चकनाचूर करने वाले दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”

CBI की जांच

CBI अब इस मामले में सोनवानी और उनके सहयोगियों से गहराई से पूछताछ कर रही है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, CGPSC भर्ती घोटाले से जुड़े अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।

छत्तीसगढ़ में इस भर्ती घोटाले ने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। जनता और युवाओं के बीच गुस्सा है, जबकि विपक्ष इसे राज्य सरकार की नाकामी का मामला बता रहा है। मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है, और आने वाले दिनों में और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।