–-भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने उठाया सवाल
–स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा- ईओडब्ल्यू की जांच जारी
रायपुर। विधानसभा में सीजीएमएससी के द्वारा रिएजेंट खरीदी (Reagents purchased by CGMSC)का मामला गूंजा। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और अजय चंद्राकर(Health Minister Shyam Bihari Jaiswal and Ajay Chandrakar) के बीच गरमा-गरम बहस हुई। अजय चंद्रकार ने सवाल उठाते हहुए स्वास्थ्य मंत्री को घेरते हुए कई सवाल दागे। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने 453 करोड़ रुपए की रिएजेंट की खरीदी की जानकारी दी। इस सवाल के जवाब में प्रश्नकर्ता अजय चंद्राकर को 792 और 495 पन्नों की जानकारी उपलब्ध कराई गई। मोक्षित कॉर्पोरेशन से हुए खरीदी के बदले 338 करोड़ रुपए का भुगतान रोका गया।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि मोक्षित कॉर्पोरेशन से खरीदी में तीन प्रकार की अनियमितता पाई गई। दस गुना ज्यादा दर पर आपूर्ति की गई, 700 मशीन आज तक चालू नहीं हुई है, और क्लोज की जगह ओपन मशीन की आपूर्ति की गई।
श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, मांग और बजट से अधिक राशि की खरीदी की गई।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि विभागीय जांच रिपोर्ट में विभागीय अधिकारी ही दोषी पाए गए। विभाग के 02 बड़े अधिकारी सहित कुल 15 अधिकारियों की मिलीभगत पाई है। मोक्षित कॉर्पोरेशन सहित अधिकारियों के नाम को भेजा गया है. खरीदी दर को आठ-दस गुना बढ़ा कर खरीदी की गई. सप्लायर को जेल में डाला है. विभाग ने सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जारी किया है।
विधायक संगीता सिन्हा ने बालोद चिकित्सालय में रिक्त पदों का मुद्दा उठाते हुए कहा अगर डॉक्टर ही नहीं तो अस्पताल बंद कर दीजिए, सुविधाएं नहीं होने की वजह से महिलाओं की मौत हो जाती है. विधायक की मांग पर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने घोषणा की. बालोद जिला चिकित्सालय में एक एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा।
पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने विधानसभा में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों, सिविल अस्पतालों में रिक्त पदों की भर्ती और डॉक्टरों की उपलब्धता को लेकर जानकारी मांगी। छत्तीसगढ़ विधानसभा में पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सदन में सवाल उठाया। इस दौरान उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सिविल अस्पतालों में रिक्त पदों की भर्ती, डॉक्टरों की उपलब्धता और एंबुलेंस सेवाओं के संबंध में जानकारी मांगी। साथ ही आयुष्मान भारत योजना की क्रियान्वयन स्थिति को लेकर भी सवाल उठाया।
जवाब में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जवाब देते हुए बताया कि 90 पद भरे जा चुके हैं और कोई भी अस्पताल डॉक्टर-विहीन नहीं है। आश्वासन दिया कि जहां भी जरूरत होगी, जल्द से जल्द अतिरिक्त डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ ही, रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी ताकि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत हो सकें।
गोमती साय जी ने सरकार से पूछा कि, आयुष्मान भारत योजना का लाभ सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कब तक मिलेगा।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री जी ने बताया कि सरकार इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है और जल्द ही प्रदेश के सभी अस्पतालों में इस योजना को लागू किया जाएगा जिससे अधिक से अधिक जरूरतमंद लोग कैशलेस इलाज का लाभ उठा सकें।
विधायक गोमती साय ने अपने क्षेत्र और प्रदेश के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में एम्बुलेंस सेवाओं की कमी को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि, कई ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में देरी हो रही है। जिससे कई बार गंभीर परिणाम सामने आते हैं।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री जी ने भरोसा दिलाया कि नई एंबुलेंस की व्यवस्था जल्द की जाएगी और आवश्यकतानुसार अतिरिक्त संसाधन भी मुहैया कराए जाएंगे।
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