विकसित राष्ट्र की स्थापना में में मील का पत्थर साबित होगा यह बजट : ओपी चौधरी
By : madhukar dubey, Last Updated : February 2, 2025 | 12:39 am
रायपुर। राज्य के वित्त मंत्री ओपी चौधरी (Finance Minister OP Chaudhary)ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2025-26 विकसित भारत के संकल्पों(Union Budget 2025-26 Resolutions for a Developed India) को सिद्ध करने वाला है। 12 लाख तक की आय के इनकम टैक्स में छूट मिलने से करोड़ों,नौकरी पेशा लोगों,कर्मचारियों और छोटे व्यापारियों को लाभ मिलेगा।इससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ने से बाजार में ज्यादा पैसा आयेगा,लिक्विडिटी की समस्या दूर होगी और जीडीपी में भी ग्रोथ होगी।
ओपी चौधरी ने कहा कि इस ऐतिहासिक बजट यह कल्याणकारी, सर्वस्पर्शी और समावेशी बजट देश के गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति के समग्र विकास के साथ स्टार्टअप्स, इनोवेशन तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विभिन्न क्षेत्रों को समाहित करते हुए, अंत्योदय की भावना और नवोन्मेष की नव-दृष्टि से परिपूर्ण है। 140 करोड़ देशवासियों के कल्याण तथा भारत को आत्मनिर्भर बनाने वाले इस बजट हैं। किसान भाइयों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण लेने की सीमा को 3 से 5 लाख करने से लगभग 8 करोड़ किसानों मछुआरों और डेयरी किसानों को लाभ मिलेगा। धन धान्य योजना से 1.7 करोड़ किसानों को उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।बस्तर और सरगुजा के किसानों को हुई इन योजनाओं से विशेष लाभ मिलेगा।
चौधरी ने कहा आईआईटी में 6,500 सीटे बढ़ाने और मेडिकल कॉलेज में 10 हजार सीटे बढ़ाने से युवाओं के लिए नए अवसर खुलेंगे।स्कूलों में वाईफाई लगने से बच्चों की शिक्षा में सुधार होगा व तकनीक के प्रयोग से सशक्त होंगे। 1करोड़ गिग वर्कर्स को प्रधानमंत्री आरोग्य योजना का लाभ मिलने से उनके जीवन में सुरक्षा का भाव प्रबल होगा।
उद्यमिता और एमएसएमई को मिलेगा बढ़ावा
ओपी चौधरी ने कहा एमएसएमई क्षेत्र में भी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सूक्ष्म व लघु उद्योगों के लिए ऋण की सीमा को 5 करोड़ से 10 करोड़ करना व्यापारी वर्ग को नया बल देगा। स्टार्टअप्स के लिए 10 करोड़ से 20 करोड़ का फंड दिया जाएगा।वहीं माइक्रो उद्यमों के लिए 5 लाख रुपए के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।
चौधरी ने कहा देश में 500 करोड़ के बजट से तीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्सीलेंस सेंटर के लिए खर्च किए जाएंगे। पीएम मोदी का यह कदम विश्व स्तर पर भारत की एआई के क्षेत्र में महाशक्ति के रूप में उभरेगा। क्योंकि आज की स्थिति में ही भारत इस क्षेत्र में विश्व के कई बड़े देशों से आगे निकल चुका है। यह तकनीकी विकसित भारत के स्वरूप में एक बड़ी भूमिका निभाएगा। साथ ही स्वरोजगार के अवसर भी इससे बढ़ेंगे।