छत्तीसगढ़। भूपेश सरकारी की बेरोजगारी भत्ता (Unemployment allowance) देने की योजना शानदार है। लेकिन भत्ते को पाने की लाइन में आवेदन देने वालों में डॉक्टरी, इंजीनियरिंग और एमटेक (Medical, Engineering and M.Tech) की पढ़ाई करने वाले भी है। ऐसे में उच्च शिक्षा लेकर भी बेरोजगारी का दंश झेलने की त्रासदी की एक तस्वीर सामने आई है। इससे सवाल भी खड़े होते हैं, ऊंची डिग्री लेकर भी युवा बेरोजगार हैं। भले ही उनकी सरकारी और प्राइवेट में नौकरी लेने का प्रयास जारी हो। समाजशास्त्री कहते हैं युवाओं को भत्ता देना ही पर्याप्त नहीं है। इनके सपने को पूरा करने के लिए कुछ कारगर योजनाएं आनी चाहिए। क्या इन बेरोजगारों को उम्रभर बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। ऐसा नहीं है, ये बड़ी बड़ी डिग्री लेकर बेरोजगार युवाओं की संख्या पूरे देश में लाखों में हैं। इसमें अधिकांश युवा अपनी मूल पढ़ाई से अलग कुछ अन्य काम करने लगते हैं। जबकि केंद्र सरकार का दावा है कि युवाओं को नौकरियां मिल रही है। लेकिन बस वह महज एक कागजी आंकड़ा भर ही है। लेकिन हकीकत में इसकी धरातल स्तर पर कुछ और तस्वीर है।
छत्तीसगढ़ सरकार का ढाई हजार रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए 12वीं पास के साथ-साथ एमबीबीएस और सैकड़ों बीई-एमटेक इंजीनियरों ने भी आवेदन किया है। अब तक लगभग डेढ़ लाख आवेदन शासन को मिल चुके हैं। इसमें हैरान करने वाली आकड़े सामने आए हैं। एक मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक एमबीबीएस करने वाले युवा कहते हैं, उनके पास नौकरी नहीं है, कहीं क्लीनिक भी नहीं है। इसलिए उन्हें भी भत्ता मिलना चाहिए। राज्य सरकार के नियमों के अनुसार भी ऐसे डॉक्टर-इंजीनियर भत्ते के लिए पात्र होंगे जिनके पास डिग्री तो है, लेकिन आय का कोई स्त्रोत नहीं है।
भत्ते के लिए शहरी आवेदक तो 15 हजार से कुछ ज्यादा हैं, लेकिन गांवों से 76631 फॉर्म मिल चुके हैं। बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन करनेवालों में युवतियां भी पीछे नहीं है। कुल आवेदनों में से 93403 लड़कों के हैं तो 58861 युवतियों ने भी फार्म भर दिया है। भत्ते के लिए अब तक शासन ने 152270 युवक-युवतियों को पात्र मानकर पंजीकृत किया है। उन्हें पात्रता की तारीख से 2 साल तक हर माह 2500 रुपए भत्ता दिया जाएगा। भत्ता पाने के लिए सामान्य वर्ग से सबसे कम 9895 आवेदन मिले हैं। ओबीसी वर्ग से सबसे ज्यादा 78398 युवाओं ने आवेदन जमा किए हैं। और भी आवेदन आएंगे।
बेरोजगारी भत्ते के लिए बालोद जिले से सर्वाधिक 7770 आवेदन जमा हो गए हैं। नारायणपुर से सबसे कम, केवल 316 ने फॉर्म जमा किया है। रायपुर जिले से अभी तक 3831 आवेदन जमा हुए हैं। इसमें शहरी क्षेत्र से 1472 और गांवों से 2359 फॉर्म जमा हुए हैं। इनके अलावा धमतरी, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, कांकेर, कवर्धा, बलौदाबाजार, बेमेतरा ऐसे जिले हैं जहां 3000 से ज्यादा आवेदन जमा हुए हैं।
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