छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Chief Minister Vishnudev Sai) ने आज अपने दो डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा के साथ स्वास्थ्य विभाग की बैठक की। इस मौके पर उन्होंने बड़े फैसले लिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं (Schemes run by Health Department) की विस्तार से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने बैठक में सभी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव रेणु पिल्लै और सुब्रत साहू भी बैठक में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री साय ने एंबुलेंस सेवा-108 और मानसिक स्वास्थ्य के लिए संचालित सेवाओं पर जोर देने कहा।
सभी अस्पतालों में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जेनेरिक दवाओं के उपयोग को बढ़ावा देने कहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बड़ा ऐलान करते हुए ‘कुष्ठ के विरुद्ध युद्ध स्तर पर अभियान चलाने निर्देश दिए। प्रदेश को कुष्ठ रोग से मुक्त करने पर तत्काल कार्य प्रारंभ करने को कहा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने और एंबुलेंस सेवा-108 को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य को कुष्ठमुक्त बनाने जल्दी ही ’कुष्ठ के विरुद्ध युद्ध’ अभियान शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने डॉक्टरों को मरीजों के लिए जेनेरिक दवाईयां ही प्रिस्क्राइब करने को कहा। उन्होंने सभी अस्पतालों में जेनेरिक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जगदलपुर और बिलासपुर में निर्माणाधीन सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का काम आगामी फरवरी माह तक हर हाल में पूर्ण करने को कहा, ताकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों मार्च में इनका लोकार्पण कराया जा सके। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा तथा मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन भी बैठक में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बैठक में कहा है कि हर जरूरतमंद मरीज के पास एंबुलेंस तत्काल पहुंचे। मरीजों तक एम्बुलेंस आधा घंटे में पहुंच जाना चाहिए। उन्होंने सड़कों पर विचरण करने वाले मानसिक रोगियों के इलाज एवं कल्याण के लिए तुरंत कदम उठाने और उनके त्वरित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। मुख्यमंत्री ने बैठक में विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी ली।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लै ने मुख्यमंत्री को राज्य के मेडिकल कॉलेजों, संबद्ध अस्पतालों, नर्सिंग कॉलेजों तथा डेंटल कॉलेजों की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रमों, एनीमिया मुक्त भारत, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय सिकलसेल उन्मूलन मिशन, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री आयुष्मान आरोग्य मंदिर, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय अल्पदृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी। अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, वित्त विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद, स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव पी. दयानंद, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक भोसकर विलास संदिपान, आयुष विभाग की संचालक नम्रता गांधी और सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक चंद्रकांत वर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की संवेदनशील पहल की है। प्रदेश में सड़कों पर विचरण करते मानसिक रोगियों के कल्याण हेतु तत्काल कदम उठाने के दिए निर्देश
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