जगदलपुर। चुनावी में मौसम में छत्तीसगढ़ में पार्टियों के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की धमक बढ़ेगी। इनकी सक्रियता खास तौर पर बस्तर में रहेगी। इसके पीछे कारण भी है कि सत्ता की कुंजी बस्तर से खुलेगी। जिसके साथ बस्तर का गढ़, उसकी सरकार। बहरहाल, इधर बीच बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की धमक बस्तर में बढ़ी है। अभी हाल ही में सीआरपीएफ की स्थापना दिवस पर अमित शाह (Amit Shah) आए थे। बीजेपी नेताओं के दौरे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग छिड़ी हुई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने दावा किया है कि चाहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हो या फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उनके बस्तर में डेरा डालने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्हें यहां से कोई सीट नहीं मिलेगी।
मरकाम के मुताबिक कांग्रेस सरकार की नीतियों से आम जनता, व्यापारी, मजदूर समेत हर वर्ग के लोग खुश हैं। भाजपा केवल धर्म, सम्प्रदाय के नाम पर राजनीति करती है। फुट डालो और राज करो की नीति पर चलती है। लेकिन, भाजपा का यह हथकंडा बस्तर और पूरे छत्तीसगढ़ में नहीं चलेगा।
मोहन मरकाम ने जगदलपुर के कांग्रेस भवन में मीडिया से बातचीत की। बस्तर में हो रहे धर्मांतरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि, प्रदेश में 15 सालों तक भाजपा की सरकार थी। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में कहा था हम धर्मांतरण रोकेंगे। उन्होंने इस विषय पर कोई कानून लाया क्या? भाजपा सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति करती है। हमारी सरकार ने ग्रामीणों की आस्था का केंद्र देवगुड़ी, मातागुड़ी का जीर्णोद्धार किया है। संस्कृति को बचा रहे हैं।
मरकाम ने दावा किया है कि, इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बस्तर की सारी 12 विधानसभा सीटों पर हम एक बार फिर से फतह हासिल करेंगे। यहां भाजपा की दाल नहीं गलेगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी कई आरोप लगाए हैं। पीसीसी चीफ ने कहा कि, केंद्र सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया है। हमारे नेता राहुल गांधी ने मोदी जी के अडानी के साथ रिश्ते की बात को लोकसभा में रखी थी। जिसके बाद आनन-फानन में उनकी सदस्यता को खत्म कर दिया गया।
इधर, इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने मोहन मरकाम के बयानों पर पलटवार किया है। उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि, अमित शाह का बस्तर में ऑफिशियल दौरा था। कांग्रेस के नेता, मंत्री, विधायक इतने लापरवाह हैं कि कोई उन्हें रिसीव करने तक नहीं गए। उन्होंने कहा कि, यहां के मंत्री केंद्र से सुरक्षा की मांग करते हैं। लेकिन, जब हमारे केंद्र के मंत्री आते हैं तो वे इनका बायकॉट करते हैं। ये कांग्रेसियों की मानसिकता है। उन्होंने कहा कि, हम बस्तर की सारी सीटों को जीतेंगे। केदार मोहन मरकाम के धर्मांतरण वाले सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम धर्मांतरण के खिलाफ हैं। कांग्रेस पार्टी धर्मांतरण करवाने वाले लोगों का साथ दे रही है। इसका बड़ा उदाहरण है सुकमा के SP जिन्होंने धर्मांतरण पर आपत्ति जताई थी उनका ट्रांसफर कर दिया गया। बस्तर में लगातार धर्मांतरण हो रहा है।