X Story : ‘ता-ता-थैया’ कठपुतली! BJP ने कोरबा ‘लोस प्रत्याशी’ पर छेड़ा कार्टून वार!

लोकसभा चुनावी जंग में बीजेपी (BJP) अपनी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के लोस प्रत्याशियों पर सोशल मीडिया पर अनूठे अंदाज में एक वार छेड़ रखा है।

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  • Updated On - April 2, 2024 / 03:23 PM IST

रायपुर। लोकसभा चुनावी जंग में बीजेपी (BJP) अपनी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के लोस प्रत्याशियों (Los candidates of congress) पर सोशल मीडिया पर अनूठे अंदाज में एक वार छेड़ रखा है। इसमें कभी विडियो तो कभी कार्टून के जरिए तगड़े वार तो करती दिख रही है। साथ ही वह अपने अंदाज में वोटरों से भी संवाद कर रही है। मतदाताओं के मन-मस्तिष्क पर कार्टून और पोस्टवर के माध्यम सवाल भी पूछ रही है। इसी कड़ी में आज बीजेपी ने अपने कोरबावासियों से एक सवाल पूछा है।

  • पोस्ट कार्टून पोस्टर को लेकर लिखा, कोरबावासी इस बार रिमोट कंट्राेल नहीं सक्रिय सांसद चुनेंगे। यानी ऐसे में बीजेपी की अपील है कि कोरबा लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी सरोज पांडेय को वोट देकर चुनें।
    लेकिन बीजेपी की दलीले हैं कि यहां की सांसद के कामकाज की डोर उनके पति चरणदास महंत के हाथों में है, ऐसे में वे कोई भी निर्णय नहीं ले सकती है। लेकिन सरोज पांडेय मूल रूप से एक आत्मनिर्भर और खुद निर्णय लेने में कांग्रेस की लोस प्रत्याशी से कई गुना अधिक सक्षम और लोकप्रिय नेता हैं।
  • भाजपा ने कहा-सनातन धर्म में शक्ति यानी महिला शक्ति का उपहास उड़ाने वाले राहुल गांधी ने क्यों नहीं एक आम महिला कार्यकर्ता को टिकट दिया। क्या राहुल गांधी सिर्फ परिवारवाद की राजनीति को जीवित रखना चाहते हैं। यही कारण है कि इंडी गठबंधन में जितने दल हैं, सभी अपने सगे संबंधियों और परिवार वालों को टिकट दिया है। यही हाल जेल जाने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का भी यही हाल है उन्होंने भी आप पार्टी के आम महिला कार्यकर्ता के बजाए अपनी पत्नी के माध्यम से अब दिल्ली की सत्ता चलाना चाहते हैं। ठीक हालत यहां छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की है, जिसके अनगिनत उदाहरण मिल जाएंगे, उसमें काेरबा सीट को ही ले लीजिए।

महिलाओं में बेहद लोकप्रिय नेत्री हैं सरोज पांडेय

गौरतलब है कि महिलाओं को बीच सरोज पाण्डेय काफी ज्यादा लोकप्रिय है.यही वजह रही कि केंद्रीय नेतृत्व में कभी भी सरोज पाण्डेय को नजरअंदाज नहीं किया है। एक बार फिर केंद्रीय नेतृत्व ने सरोज पाण्डेय को लोकसभा टिकट देकर अपना भरोसा जताया है।

एक नजर सरोज पांडेय के राजनीतिक सफर पर

साल 2018 में सरोज पांडेय को राज्यसभा सांसद चुना गया था. सरोज पांडे ने कांग्रेस के प्रत्याशी लेखराम साहू को हराकर जीत दर्ज की थी. सरोज पांडेय 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में पैदा हुईं। पहली बार साल 2000 और 2005 में दूसरी बार भिलाई निगम की मेयर बनीं. साल 2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक चुनी गईं। इसके बाद बीजेपी ने साल 2009 के लोकसभा चुनाव में दुर्ग संसदीय सीट से जीत हासिल की। 2013 में सरोज पाण्डेय को बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।

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