बॉलीवुड के ‘ग्रेट फॉल’, मीडिया की ‘स्लो डेथ’ पर भड़कीं कंगना

By : hashtagu, Last Updated : June 11, 2023 | 8:31 pm

मुंबई, 11 जून (आईएएनएस)| बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के एक एक्टर पर निशाना साधा। उन्होंने आगामी फिल्म ‘रामायण’ में रणबीर कपूर को भगवान राम की भूमिका दिए जाने पर नाराजगी जताई है। कंगना ने रविवार को अपने इंस्टाग्राम पर अपने स्टोरीज सेक्शन में एक लंबा नोट साझा किया है। उन्होंने लिखा कि उन्हें पता चला है कि रणबीर कपूर को ‘रामायण’ में भगवान राम के रूप में कास्ट किया जा रहा है और उनकी पत्नी आलिया को सीता की भूमिका के लिए साइन किया गया है।

कंगना ने लिखा, “फिल्म इंडस्ट्री में बहुत प्रकार के खतरे हैं। लेकिन इससे भी बदतर यह दुर्योधन (सफेद चूहा) और शकुनी (पापा जो) की जोड़ी है। वे खुद को सबसे ज्यादा गॉसिप करने वाले, ईष्यालु और असुरक्षित बता चुके हैं।”

हालांकि, अभिनेत्री ने सीधे तौर पर किसी का नाम लेने से परहेज किया। उन्होंने 2016 में अपने और ऋतिक रोशन के साथ लड़ाई के विषय पर बात करना जारी रखा। उन्होंने लिखा, “पूरी फिल्म इंडस्ट्री यह जानती है, वे सुशांत सिंह राजपूत के खिलाफ सभी नकली ब्लाइंड आइटम के पीछे मुख्य संदिग्ध थे, जिसने उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया।”

अभिनेत्री ने आगे लिखा, “उन्होंने मेरे खिलाफ हर तरह की गंदी अफवाहें भी फैलाईं और मेरी और एचआर की लड़ाई में जबरन रेफरी की भूमिका निभाई। उसके बाद इन्होंने मेरी जिंदगी और करियर में दखल देना शुरू कर दिया। चूंकि मैंने अपनी इस तरह की जासूसी करने वालों का पर्दाफाश किया है, इसलिए मेरे खिलाफ खराब पीआर और मेरी फिल्मी गतिविधियां बहुत कम हो गई हैं। चूंकि वे दिवालिया हैं और मीडिया धीमी मौत (स्लो डेथ) मर चुका है, इसलिए अब सोशल मीडिया ही एकमात्र मीडिया है और अब न्यूज का एक मात्र सोर्स सेलिब्रिटीज का अपना सोशल मीडिया का अकाउंट है।”

कंगना ने यह भी लिखा, “समाज में इस नए बदलाव के साथ मेरी आवाज अधिक सुनाई दे रही है, हालांकि मैंने वर्षो तक वही बातें कही, लेकिन वे वापस ऐसे प्रतिध्वनित हुईं, जैसे मैं एक साउंडप्रूफ अंधेरे कक्ष में कैद हो गई हूं। किसी मीडिया ने मेरी बात को आगे नहीं बढ़ाया और उन्होंने मेरी बातों को तोड़ने-मरोड़ने में और उसे मेरे खिलाफ इस्तेमाल करने पर काफी पैसा खर्च किया, लेकिन फिर बॉलीवुड का महान पतन हुआ, साम्राज्यों का पतन हुआ, अब हम नए सामूहिक भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के उदय को देख रहे हैं जो लोकतंत्र, समानता के स्तंभों और सच्ची योग्यता पर बनाया जाएगा। धन्यवाद।”