प्रीडायबिटीज कंट्रोल करने से 60% तक घट सकता है हार्ट अटैक का खतरा, स्टडी में बड़ा खुलासा

स्टडी में बताया गया है कि प्रीडायबिटीज वह स्थिति होती है, जब ब्लड शुगर सामान्य से ज्यादा होता है, लेकिन डायबिटीज की श्रेणी में नहीं आता।

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  • Updated On - December 15, 2025 / 10:13 AM IST

नई दिल्ली। प्रीडायबिटीज (pre diabetes) को समय रहते कंट्रोल कर लिया जाए तो हार्ट अटैक का खतरा 60 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। एक नई स्टडी में यह अहम खुलासा हुआ है। शोध के अनुसार, जिन लोगों ने प्रीडायबिटीज की स्थिति में ही अपने ब्लड शुगर लेवल को सामान्य कर लिया, उनमें दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का जोखिम काफी हद तक घट गया।

स्टडी में बताया गया है कि प्रीडायबिटीज वह स्थिति होती है, जब ब्लड शुगर सामान्य से ज्यादा होता है, लेकिन डायबिटीज की श्रेणी में नहीं आता। इस अवस्था में यदि जीवनशैली में सुधार, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम अपनाया जाए, तो न सिर्फ डायबिटीज को रोका जा सकता है, बल्कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों से भी बचाव संभव है।

शोधकर्ताओं के अनुसार, जिन लोगों ने वजन नियंत्रित किया, नियमित वॉक या एक्सरसाइज की और हेल्दी डाइट अपनाई, उनमें दिल की बीमारियों का खतरा काफी कम देखा गया। इसके उलट, प्रीडायबिटीज को नजरअंदाज करने वालों में आगे चलकर टाइप-2 डायबिटीज और हृदय रोग का जोखिम तेजी से बढ़ा।

स्टडी में यह भी सामने आया कि ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने से शरीर में सूजन कम होती है और रक्त धमनियों पर पड़ने वाला दबाव घटता है, जिससे हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है। डॉक्टरों का कहना है कि प्रीडायबिटीज को बीमारी मानकर समय रहते इलाज और लाइफस्टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है।

विशेषज्ञों की सलाह है कि नियमित ब्लड शुगर जांच, संतुलित भोजन, मीठे और तले-भुने खाद्य पदार्थों से दूरी, धूम्रपान से परहेज और रोजाना शारीरिक गतिविधि अपनाकर प्रीडायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है। इससे दिल को स्वस्थ रखने में भी बड़ी मदद मिलती है।