बार-बार जुकाम से परेशान? ये आयुर्वेदिक नुस्खे देंगे तुरंत राहत

जुकाम होने के कारणों में ठंडी हवा, बारिश, अचानक मौसम बदलना, ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या ठंडा दूध शामिल हैं।

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  • Publish Date - October 31, 2025 / 04:22 PM IST

नई दिल्ली। बदलते मौसम में बार-बार सर्दी-जुकाम (cold cough) होना आम बात है। नाक बहना, छींकें आना, गले में खराश और सिर भारी होना अक्सर लोगों को परेशान कर देता है। आयुर्वेद के अनुसार, जुकाम तब होता है जब शरीर में कफ दोष बढ़ जाता है और प्रतिरोधक शक्ति कमजोर पड़ जाती है। आधुनिक विज्ञान के अनुसार यह वायरल संक्रमण के कारण होता है, जो हवा या छींक के जरिए शरीर में प्रवेश करता है।

जुकाम होने के कारणों में ठंडी हवा, बारिश, अचानक मौसम बदलना, ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या ठंडा दूध शामिल हैं। नींद की कमी, तनाव और प्रदूषण भी इम्यून सिस्टम कमजोर कर देते हैं, जिससे संक्रमण जल्दी फैलता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या उसके सामान को छूने से भी वायरस फैल सकता है।

जुकाम के आम लक्षणों में नाक बंद या बहना, सिर दर्द, बदन दर्द, गले में खराश, खांसी और हल्का बुखार शामिल हैं।

बचाव के आसान उपायों में मौसम के अनुसार गर्म कपड़े पहनना, हाथों की स्वच्छता, पर्याप्त नींद, ठंडी चीजों और धूल से दूरी, दिन में दो-तीन बार गर्म पानी पीना और भाप लेना शामिल है।

यदि जुकाम हो जाए, तो आयुर्वेदिक उपाय प्रभावी साबित होते हैं। सुबह और शाम अदरक का रस और शहद मिलाकर लेने से गले की खराश और खांसी में आराम मिलता है। तुलसी और गिलोय का काढ़ा पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है। नींबू पानी या आंवला का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। लहसुन को सरसों तेल में गर्म करके छाती पर हल्की मालिश करने से नाक की जकड़न खुलती है। रात में हल्दी वाला दूध पीना शरीर को गर्म रखता है और वायरस से बचाता है।

जुकाम के दौरान खान-पान का ध्यान रखना जरूरी है। दही, ठंडा दूध, मीठा या बासी खाना न खाएं। इसके बजाय गर्म सूप, मूंग की खिचड़ी, अदरक चाय और तुलसी पानी का सेवन फायदेमंद है।