स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 को लेकर सलाह जारी की, लगातार सतर्कता बरतने की जरूरत पर दिया जोर

By : hashtagu, Last Updated : December 19, 2023 | 12:05 pm

नई दिल्ली, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) ने सोमवार को एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें कोविड-19 (Covid – 19) को लेकर लगातार सतर्कता बरतने की जरूरत पर जोर दिया गया है। हालांकि इस वर्ष की शुरुआत में विश्‍व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पीएचईआईसी (अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल) वापस लिया जा चुका है।

भारत ने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के जरिए कोविड मामलों का स्तर नीचा बनाए रखा है। हालांकि, वायरस अभी भी फैल रहा है और स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल ढल रहा है, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के सचिव सुधांश पंत ने विशेष रूप से जिला स्तर पर निरंतर निगरानी बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।

इस बीच केरल जैसे कुछ दक्षिणी राज्यों में कोविड मामलों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। पंत ने स्पष्ट किया कि वायरस के किसी नए वेरिएंट की पहचान नहीं की गई है। फिर भी, उन्होंने राज्य सरकारों का ध्यान केंद्रित करने के लिए कुछ प्रमुख कार्रवाइयों की रूपरेखा तैयार की है :

* आगामी त्योहारी सीजन के दौरान बढ़ते संचरण के जोखिम को कम करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और व्यवस्थाओं को लागू करना

* केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा की गई संशोधित निगरानी रणनीति के लिए परिचालन दिशानिर्देशों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करना

* जिला स्तर पर इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्‍वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों की नियमित रूप से निगरानी और रिपोर्टिंग

* अधिक संख्या में आरटी-पीसीआर परीक्षणों सहित, कोविड परीक्षण दिशानिर्देशों के अनुसार सभी जिलों में पर्याप्त परीक्षण करना

* नए वेरिएंट का समय पर पता लगाने के लिए भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकॉग) प्रयोगशालाओं में जीनोम अनुक्रमण के लिए सकारात्मक नमूने भेजना

* तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं का आकलन करने के लिए मंत्रालय द्वारा आयोजित अभ्यास में सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं की सक्रिय भागीदारी

* श्‍वसन स्वच्छता के पालन सहित कोविड के प्रबंधन में निरंतर समर्थन प्राप्त करने के लिए सामुदायिक जागरूकता को बढ़ावा देना

इसके अलावा, पंत ने बताया कि भारत में जेएन.1 (8ए.2.86.1.1) वेरिएंट के पहले मामले का पता चला है।

सामूहिक प्रयासों पर भरोसा जताते हुए पंत ने कहा कि भारत सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपट सकता है और कोविड के खिलाफ लड़ाई में सकारात्मक गति बनाए रख सकता है।