डायबिटीज से लेकर पाचन तक में फायदेमंद है तोरई, जानिए क्यों गर्मियों में इसे रोज़ खाना चाहिए
By : hashtagu, Last Updated : May 29, 2025 | 2:50 pm

गर्मियों में जब कुछ हल्का और सादा खाने का मन करता है, तब अक्सर लोग तोरई (या तुरई) (ridge gourd) की सब्जी बनाते हैं। भले ही यह स्वाद में कुछ लोगों को कम पसंद आती हो, लेकिन सेहत के लिहाज़ से यह एक सुपरफूड है। तोरई न केवल शरीर को ठंडक देती है बल्कि कई गंभीर बीमारियों में भी राहत देती है। अगर आप इसके फायदों को जान लेंगे तो शायद इसे अपनी थाली में रोज़ शामिल करना शुरू कर देंगे।
तोरई क्यों है खास?
तोरई हल्की होती है और जल्दी पच जाती है, इसलिए ये गर्मियों में खाने के लिए एक बेहतरीन सब्जी है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन, फाइबर और पानी होता है जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने के साथ-साथ पाचन सुधारने में भी मदद करता है।
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन और भारतीय आयुर्वेद दोनों ने ही तोरई के औषधीय गुणों को माना है। वैज्ञानिकों के मुताबिक तोरई में 50 से ज्यादा ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की कई समस्याओं से लड़ने में मददगार होते हैं। इनमें शामिल हैं –
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फ्लावोनॉयड्स (सूजन कम करने वाले),
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एंथ्राक्विनोन्स (पाचन में सहायक),
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सैपोनिन और ट्राइटरपीन (संक्रमण से बचाव),
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प्रोटीन और फैटी एसिड्स (शारीरिक ताकत बढ़ाने वाले)।
डायबिटीज के लिए वरदान
तोरई में पाए जाने वाले प्राकृतिक पेप्टाइड्स इंसुलिन की तरह काम करते हैं, जिससे यह मधुमेह (डायबिटीज) के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसका नियमित सेवन ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
बालों और त्वचा के लिए भी फायदेमंद
तोरई खाने से बालों की सेहत सुधरती है और यह बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकती है। साथ ही इसमें ऐसे गुण होते हैं जो त्वचा की समस्याएं जैसे मस्से, फोड़े और चकत्तों को दूर करने में मदद करते हैं।
– मस्सों पर इसका रस लगाने से सूजन कम होती है।
– फोड़े पर इसकी जड़ को ठंडे पानी में घिसकर लगाने से दर्द में राहत मिलती है।
– चकत्तों पर इसकी बेल को मक्खन में घिसकर लगाने से फायदा मिलता है।
पाचन और लिवर के लिए लाभकारी
तोरई खाने से कब्ज और बवासीर जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। इसके अलावा यह रक्त को शुद्ध करती है और लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करती है। कड़वी तोरई और बैंगन का एक खास नुस्खा बवासीर के दर्द को कम करने में भी कारगर माना गया है।