नई दिल्ली: दुनियाभर में तेजी से बढ़ रही डायबिटीज (diabetes) की समस्या को लेकर युवाओं में जागरूकता की भारी कमी सामने आई है। मेडिकल जर्नल लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी में प्रकाशित एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, 15 साल या उससे ज्यादा उम्र के करीब 44% लोग डायबिटीज से पीड़ित होने के बावजूद खुद इससे अनजान हैं।
2000 से 2023 तक 204 देशों में किए गए इस अध्ययन में सामने आया कि युवाओं, खासकर 15 से 39 साल की उम्र वालों में बीमारी का पता सबसे कम लगाया जा रहा है। इस आयु वर्ग में सिर्फ 26% लोगों को ही डायबिटीज की जानकारी है, जिससे समय पर इलाज नहीं मिल पाता और आगे चलकर आंखों, हृदय, किडनी व नसों पर गंभीर असर पड़ सकता है।
अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि अगर यही हालात रहे, तो 2050 तक दुनियाभर में 1.3 अरब लोग डायबिटीज से ग्रस्त हो सकते हैं, जिनमें से लगभग आधे को इस बीमारी की जानकारी तक नहीं होगी।
हालांकि जिन लोगों को डायबिटीज का पता है, उनमें से 91% किसी न किसी इलाज में हैं, लेकिन सिर्फ 42% ही ब्लड शुगर को सही से कंट्रोल कर पा रहे हैं। पूरी दुनिया में महज 21% मरीजों का शुगर स्तर संतुलित पाया गया है।
अध्ययन के मुताबिक, उच्च आय वाले देशों में निदान की दर बेहतर है, जबकि एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में इलाज और शुगर कंट्रोल सबसे अच्छा पाया गया। वहीं, मध्य अफ्रीका में स्थिति सबसे खराब है, जहां 20% से भी कम लोगों को अपनी बीमारी का पता है।
रिपोर्ट में युवाओं के लिए डायबिटीज स्क्रीनिंग, सस्ती दवाइयों और जांच उपकरणों की उपलब्धता बढ़ाने की सिफारिश की गई है, खासतौर पर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में।
