नई दिल्ली: भाप (steam) लेना प्राचीन समय से सर्दी-जुकाम और उससे जुड़ी समस्याओं में इस्तेमाल की जाने वाली एक प्रभावी घरेलू चिकित्सा मानी जाती है। आयुर्वेद में इसे ‘स्वेदन कर्म’ कहा गया है, जिसका उपयोग शरीर में जमा ‘आम’ यानी टॉक्सिन को बाहर निकालने और शरीर को गर्म रखने के लिए किया जाता रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार भाप लेने से शरीर में कफ और वात संतुलित रहता है, संक्रमण कम होता है और राहत मिलती है। यही नहीं, भाप त्वचा को साफ करने, चेहरे पर निखार लाने, सिर दर्द दूर करने और मानसिक तनाव कम करने में भी बेहद उपयोगी है।
चेहरे पर निखार कैसे लाती है भाप
भाप लेने से त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते हैं और उनमें जमा गंदगी बाहर निकल जाती है, जिससे चेहरा साफ और चमकदार दिखता है। त्वचा को अच्छी तरह साफ करने के लिए पानी में गुलाब जल और ग्लिसरीन मिलाकर भाप लेना फायदेमंद माना जाता है। ग्लिसरीन त्वचा की नमी बनाए रखती है।
तनाव और सिरदर्द में राहत
अगर सिर भारी लग रहा हो या तनाव महसूस हो रहा हो तो पानी में चंदन के तेल और लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदें डालकर भाप लेना राहत देता है। लैवेंडर का तेल अच्छी नींद लाने में भी मदद करता है।
गले की खराश और खांसी में आराम
गले में खराश या खांसी बढ़ जाने पर पानी में मुलेठी और हल्दी मिलाकर भाप लेने से गले के संक्रमण में आराम मिलता है।
सर्दी, जुकाम और जमाव में लाभ
सर्दी-जुकाम या शरीर में अकड़न होने पर पानी में तुलसी की पत्तियां, लौंग और अजवाइन डालकर अच्छी तरह उबालें और उसकी भाप लें। इससे छाती में जमा बलगम आसानी से बाहर निकल जाता है और सांस लेने में राहत मिलती है।
