भोपाल, 18 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस ने तैयारी तेज कर दी है और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर-चंबल (Gwalior-Chambal) इलाके में अपनी ताकत दिखाना चाह रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) 21 जुलाई को ग्वालियर आ रही हैं।
प्रियंका गांधी के ग्वालियर प्रवास को लेकर कांग्रेस न केवल उत्साहित है बल्कि अपनी ताकत का भी प्रदर्शन करना चाह रही है। पार्टी के तमाम बड़े नेता ग्वालियर के आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ग्वालियर-चंबल इलाके में सक्रिय हैं और ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जुटाने का प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल, ग्वालियर-चंबल वह इलाका है, जहां सिंधिया राजपरिवार का प्रभाव है और ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने से कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी। कांग्रेस तभी से सिंधिया पर हमलावर है और इस इलाके में सिंधिया को शिकस्त देकर उनका प्रभाव कम करना चाहती है।
ग्वालियर में प्रियंका गांधी के प्रवास पर सभी की नजर है। इसकी वजह भी है, क्योंकि सिंधिया कभी गांधी परिवार के काफी नजदीक थे। प्रियंका गांधी का कुछ दिन पहले महाकोशल के जबलपुर का प्रवास हो चुका है। इस प्रवास को कांग्रेस के शंखनाद अभियान के तौर पर माना गया।
अब, प्रियंका ग्वालियर-चंबल इलाके में आ रही हैं। सिंधिया के कई समर्थक पूर्व में भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। प्रियंका के प्रवास के दौरान भी क्या भाजपा के कुछ नेता कांग्रेस में शामिल होंगे, यह कयासबाजी जारी है।
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