कमलनाथ का मोहन यादव को पत्र, 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग
By : dineshakula, Last Updated : July 25, 2024 | 11:15 pm
पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के आह्वान पर 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है।
इस आयोजन का मकसद आदिवासी वर्ग के मूलभूत अधिकारों को बढ़ावा देना, आदिवासी समाज की उपलब्धियां एवं उनके योगदान को स्वीकार करना, आदिवासी संस्कृति के उन्नयन और उसे विश्व के समक्ष लाना है।
वर्ष 2019 में विश्व आदिवासी दिवस को भव्यता और उत्साहपूर्वक मनाने के मकसद से सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था, ताकि सभी वर्गों के लोग आदिवासी दिवस के आयोजन में सम्मिलित हो सकें और इस दिवस को मनाने के उद्देश्य को पूर्ण करने में सहभागी बनें।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वर्ष 2019 में राज्य में कांग्रेस की सरकार और उसके बाद भाजपा की सरकार बनने की तरफ इशारा करते हुए अपने पत्र में लिखा है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा विश्व आदिवासी दिवस के अवकाश को समाप्त कर दिया गया है,
जिससे आदिवासी समाज में रोष व्याप्त है। राज्य में इस मौके पर होने वाले समारोह, कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रत्येक विकासखंड के लिए निश्चित राशि आवंटित करने के साथ सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग हो रही है।
इसलिए, आदिवासी वर्ग की भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए सार्वजनिक अवकाश की मांग पर विचार किया जाना चाहिए।