भोपाल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में कूनो नेशनल पार्क (Kuno national park) के बाद मंदसौर जिले का गांधी सागर अभ्यारण्य चीतों के बसने का दूसरा ठिकाना बनने वाला है। इसकी तैयारी भी जोरों से जारी है।
पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाए हुए चीतों के पहले दल को छोड़ा गया था, यहां कुल 20 चीते लाए गए।
वहीं, एक मादा चीता ने चार शवको जन्म दिया। कुल मिलाकर चीतों की संख्या 24 हो गई थी। मगर, नौ चीतों की अब तक हुई मौत के बाद यहां 15 चीते ही शेष रह गए हैं।
कूनो नेशनल पार्क में चीतों की बसाहट का अभियान सफल होता नजर आ रहा है और यही कारण है कि मंदसौर के गांधी सागर अभ्यारण्य में भी दक्षिण अफ्रीका से चीतों को लाने की तैयारी चल रही है। यहां बाकायदा फेंसिंग की जा रही है और लगभग 67 वर्ग किलोमीटर में बाड़ा भी तैयार किया जा रहा है।
वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि चीतों का दल दिसंबर या जनवरी में आ सकता है।इसके लिए सभी तैयारियां जारी हैं। पानी का बेहतर इंतजाम रहे, हरियाली रहे, इसके प्रयास चल रहे हैं। यहां छह से 10 चीतों का दल आ सकता है।
चीता प्रोजेक्ट भारत सरकार, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष अधिकारियों, वैज्ञानिकों, वन्य जीव विशेषज्ञ, वन्य प्राणी चिकित्सक, संयुक्त दल के मार्गदर्शन में क्रियान्वित किया गया।
प्रोजेक्ट चीता में स्थानीय समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उन्हें रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। देश में चीता पुर्नस्थापन हेतु मध्य प्रदेश के गांधी सागर अभ्यारण्य में आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।