नई दिल्ली, 15 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Former Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने बुधवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर हमला बोलते हुए कहा कि हमने दुर्गा सप्तशती में पढ़ा है कि एक राक्षस रक्तबीज था, युद्ध में जहां-जहां उसका खून गिरता था, उस खून की एक बूंद से और एक रक्तबीज पैदा हो जाया करता था। वह रक्तबीज था, लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल तो भ्रष्टबीज हैं, जहां-जहां उनकी पार्टी जीतती है, वहां-वहां भ्रष्टाचार का तंत्र ही खड़ा हो जाता है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली को कितना लूटा, कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि अन्ना हजारे के आंदोलन की उपज केजरीवाल, शराब घोटाले में शामिल होंगे। वह शराब ऐसी कि जिसने लोगों की जिंदगी तबाह कर दी।
शिवराज ने दिल्ली में दो लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार किया। उन्होंने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में आयोजित दलित महासम्मेलन में शिरकत की और चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया।
शिवराज ने कहा कि पाकिस्तान ने हमला किया था जम्मू-कश्मीर पर, हमारी सेनाएं बहादुरी के साथ लड़ रही थी, अगर तीन दिन और युद्ध विराम नहीं होता तो पीओके होता ही नहीं, सारा का सारा कश्मीर हमारा होता। कांग्रेस और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पाप किया और युद्धविराम कर दिया, जिस कारण पीओके पाकिस्तान में रह गया। आज भारतीय जनता पार्टी का संकल्प है कि अब पीओके हमारा है और हम उसे लेकर रहेंगे, वो भारत का अभिन्न अंग है।
उन्होंने कहा कि ये एतिहासिक भूल, अपराध और पाप है, जो पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया। क्या-क्या नहीं किया, एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान कौन लेकर आया। कश्मीर हमारा था, हम लोग नारे लगाते रहे कि एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेंगे, लेकिन कांग्रेस ने ये पाप किया और धारा 370 लगा दी।
उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रणाम करता हूं कि उन्होंने एक झटके में धारा-370 खत्म करके देश से दो निशान, दो विधान, दो प्रधान हटा दिए।”
शिवराज ने कहा कि लोकसभा चुनाव में तीन चीजें देखी जाती हैं। पहला, प्रधानमंत्री कौन है, दूसरा पार्टी कौन सी है और तीसरा उम्मीदवार कौन है। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री तो तय हैं नरेंद्र मोदी। मोदी जी अभी भी हमारे प्रधानमंत्री हैं और रहेंगे, लेकिन कांग्रेस और इंडी गठबंधन बताए कि उनका प्रधानमंत्री कौन होगा।