भोपाल, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress) की पहली सूची में पांच बागियों को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पार्टी के भीतर बगावत के स्वर तेज हो चले हैं। उन दावेदारों में असंतोष है जो वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रहे थे और भाजपा के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए थे।
कांग्रेस ने पहली सूची जारी की है जिसमें 144 विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए गए हैं। इस सूची में पांच ऐसे लोग हैं जिन्होंने दल बदल किया है और वे अभी हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
कांग्रेस ने दल बदल कर आए दतिया से अवधेश नायक, मुंगावली से यादवेंद्र सिंह यादव, कोलारस से बैजनाथ यादव, सुरखी से नीरज शर्मा और बालाघाट से पूर्व सांसद बोध सिंह भगत को उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी की ओर से दल बदल करने वालों को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद विरोध के स्वर जोर पकड़ रहे हैं। कोलारस के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा था, मगर कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया। उसके बाद से वे भी आक्रामक हैं।
इसी तरह दतिया से दावेदार राजेंद्र भारती और उनके समर्थक पार्टी के फैसले से खुश नहीं है। राजेंद्र भारती ने लंबे अरसे से कांग्रेस का झंडा थाम रखा है और भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा है और पार्टी ने दल बदल करने वाले अवधेश नायक को उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस के टिकट वितरण से नाराज कई लोग निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं और तिरंगा हाथ में लेकर सड़क पर उतर चुके हैं।
खरगापुर से कांग्रेस के दावेदार रहे मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने तो न्याय यात्रा तक शुरू कर दी है और वे लोगों के बीच जा रहे हैं तथा उनकी राय मांग रहे हैं कि आखिर उन्हें क्या करना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषण का मानना है कि बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही दलों में इस बार पिछले चुनाव से कहीं ज्यादा बगावत होने के आसार हैं और वह नजर भी आने लगा है, क्योंकि तमाम नेताओं कोई लगता है कि इस बार दोनों दलों में करीबी मुकाबला है और चुनाव की जीत उन्हें नया सियासी मकान दे सकती है।