भोपाल, 29 मार्च (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) को तालों की नगरी कहा जाता है, यहां की बड़ी झील भोज ताल है। अब इस बड़ी झील (भोज ताल) पर रोप-वे और केबल कार संचालन की कवायद तेज हो गई है। बड़ी झील के करीब से गुजरने वाली वीआईपी सड़क पर यातायात का भारी दवाब होता है और इसके कम करने के वैकल्पिक रास्ते खोजे जा रहे हैं। इसी क्रम में यह पहल हो रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने म.प्र. सड़क विकास निगम लिमिटेड के संचालक मंडल की 43वीं बैठक में निर्देश दिए कि भोपाल की बड़ी झील (भोज ताल) पर रोप-वे और केबल कार संचालन की संभावनाओं का अध्ययन और परीक्षण करें। इससे यातायात के दबाव को कम करने में सहायता मिलेगी।
संचालक मंडल द्वारा कमला पार्क से संत हिरदाराम नगर (भोपाल-इंदौर मार्ग) तक वीआईपी मार्ग सहित 8 लेन में सड़क निर्माण, हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल में सड़कों के निर्माण और नवीन परियोजनाओं के अमल के लिए ऑफ बजट संसाधनों के उपयोग एवं बांड द्वारा इसे किए जाने की मंजूरी दी गई।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट अंतर्गत जनोपयोगी कार्यों के संपादन की पहल हुई है। इस दिशा में विभिन्न नई परियोजनाओं के क्रियान्वयन में भी ऑफ बजट संसाधनों के उपयोग पर चर्चा हुई। निगम के मार्गों पर उपभोक्ता शुल्क संग्रहण का कार्य महिला स्व-सहायता समूहों से कराए जाने की स्वीकृति भी दी गई।