भोपाल, 4 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम तीन दिवसीय प्रवास पर सोमवार को भोपाल पहुंची। इस दल ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा की।
इस दौरान कांग्रेस (Congress) की ओर से सुझाव दिया गया है कि जहां भी हार जीत एक हजार वोट से कम के अंतर से हो वहां दोबारा मतगणना कराई जाए।
टीम मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में सोमवार को भोपाल पहुंचा। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने मुख्य चुनाव आयुक्त कुमार और उनके दल का स्वागत किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल, अनूप चंद्र पांडे, महानिदेशक निर्वाचन डॉ. नीता वर्मा, उप निर्वाचन आयुक्त अजय भादू एवं सचिव निर्वाचन पवन दीवान भी भोपाल आए हैं।
केंद्रीय दल छह सितंबर तक प्रदेश में रहेगा। दल प्रदेश में आगामी चुनाव के दृष्टिगत निर्वाचन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कानून-व्यवस्था की समीक्षा करेगा। साथ ही स्वीप गतिविधियों से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेगा।
केंद्रीय निर्वाचन दल के सदस्यों ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा की। इस दौरान कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में मिला।
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मतदाता सूची अपडेट की जाए, फर्जी नाम हटाए जाएं, मतदाता सूची कलर प्रिंट में निकाली जाए, जहां पर एक हजार वोट से कम के अंतर से कोई जीतता है तो वहां दोबारा गिनती होना चाहिए।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासकीय खर्चों पर रोक लगाने की मांग भी की गई। घोषित प्रत्याशियों के खर्चे को चुनाव खर्चे में जोड़े जाने की मांग भी की गई।