चेन्नई, 15 अप्रैल (आईएएनएस)| तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कृष्णागिरी जिले में शनिवार को झूठी शान के लिए एक व्यक्ति ने अपने बेटे और मां की हत्या कर दी। क्योंकि उसके बेटे ने उसकी मर्जी के खिलाफ दुसरे समुदाय की लड़की से विवाह किया था। 23 वर्षीय सुभाष पिछड़ा वर्ग (बीसी), नादर समुदाय से संबंधित है। सुभाष तिरुपुर में एक बुनाई फर्म में काम कर रहा था और उसका अनुसूचित जाति की 25 वर्षीय अनसूया से अफेयर था।
सुभाष के पिता दण्डपाणि ने अपने बेटे को अनसूया के साथ संबंध आगे नहीं बढ़ाने की धमकी दी थी। हालांकि, उस पर ध्यान न देते हुए सुभाष और अनसूया ने 15 दिन पहले शादी कर ली थी। शादी के बाद पर अपने पारिवारिक घर नहीं गए थे।
सुभाष की दादी कन्नममल ने नवविवाहित जोड़े को तमिल नव वर्ष दिवस में भाग लेने के लिए अरुणापति गांव में अपने घर आमंत्रित किया और वे गुरुवार की रात वहां पहुंचे।
जब दण्डपाणि को इस बारे में पता चला तो वह वहां पहुंचे और सुभाष को मौत के घाट उतार दिया। कन्नम्माल, जिसने अपने बेटे दण्डपाणि को सुभाष पर हमला करने से रोकने की कोशिश की थी, लेकिन उसकी भी हत्या कर दी।
गुस्से में दण्डपाणि ने अनसूया पर भी हमला किया। लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। कन्नम्माल के घर से रोने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने घायलों को उथंगराई के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया, जहां कन्नम्माल और सुभाष को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि अनसूया की हालत गंभीर थी।
उप-न्यायिक मजिस्ट्रेट जी अमर आनंद ने उथंगराई अस्पताल का दौरा किया और घायल अनसूया का बयान लिया। मामला दर्ज कर लिया गया है और उथंगराई अस्पताल के सामने सुरक्षा के तौर पर पुलिस तैनात कर दी गई है, जहां अनसूया भर्ती हैं।