इंडिगो में क्रू संकट देशभर में उड़ानें ठप यात्रियों की रातें एयरपोर्ट पर बीती

एयरलाइन दिनभर में करीब दो हजार तीन सौ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है इसलिए इतने बड़े स्तर पर कैंसिलेशन का असर पूरे देश में दिख रहा है।

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  • Publish Date - December 4, 2025 / 11:49 AM IST

दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (Indigo) लगातार तीसरे दिन क्रू की भारी कमी से जूझ रही है और इसकी वजह से देशभर में हवाई सेवाएं अस्तव्यस्त हैं। दिल्ली मुंबई कोलकाता बेंगलुरु सहित बड़े हवाई अड्डों पर सुबह से ही यात्रियों की लंबी लाइनें लगी रहीं। कई लोगों ने पूरी रात एयरपोर्ट की सीटों पर ही गुजार दी और सुबह होते होते हालात और बिगड़ गए।

गुरुवार सुबह दिल्ली से उड़ान भरने वाली इंडिगो की तीस से अधिक फ्लाइट्स अचानक रद्द हो गईं जिससे हजारों यात्री फंस गए। हैदराबाद में भी आज करीब तैंतीस उड़ानें कैंसिल होने की संभावना जताई जा रही है। देशभर में करीब एक सौ सत्तर से अधिक उड़ानें बंद हो सकती हैं।

पिछले दो दिनों में यानी मंगलवार और बुधवार को ही करीब दो सौ इंडिगो फ्लाइट्स रद्द हुईं। बेंगलुरु में बयालिस दिल्ली में अड़तीस मुंबई में तैंतीस अहमदाबाद में पच्चीस इंदौर में ग्यारह कोलकाता में दस और सूरत में आठ उड़ानें कैंसिल की जा चुकी हैं। कई उड़ानें घंटों देरी से पहुंच रही हैं जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई है।

इंडिगो ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि तकनीकी खामियों सर्दियों की तैयारियों में बदलाव खराब मौसम एविएशन नेटवर्क की सुस्ती और नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियमों के कारण ऑपरेशंस प्रभावित हुए हैं। कंपनी का दावा है कि शुक्रवार तक स्थिति सामान्य होने लगेगी और पांच दिसंबर तक हालात स्थिर हो जाएंगे।

एयरलाइन दिनभर में करीब दो हजार तीन सौ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है इसलिए इतने बड़े स्तर पर कैंसिलेशन का असर पूरे देश में दिख रहा है।

DGCA ने भी इंडिगो से विस्तृत जवाब मांगा है। नियामक एजेंसी के अनुसार क्रू की कमी इसकी मुख्य वजह है और यह समस्या पिछले महीने से चल रही है। नवंबर में ही इंडिगो की बारह सौ से अधिक उड़ानें रद्द हुईं जबकि कई उड़ानें घंटों देरी से चलीं।

DGCA के नए नियमों के लागू होने के बाद इंडिगो की परेशानी और बढ़ गई है। फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन का दूसरा चरण एक नवंबर से लागू हुआ जिसमें पायलटों की ड्यूटी और आराम के समय में बड़े बदलाव किए गए हैं। नवंबर में रद्द हुई उड़ानों में से सात सौ पचपन सीधे तौर पर इन नियमों की वजह से रद्द हुईं।

एयरलाइंस पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया का कहना है कि इंडिगो में चल रही अड़चनें एयरलाइन की संसाधन योजना की कमजोरी की ओर इशारा हैं। उनका यह भी दावा है कि बार-बार कैंसिलेशन DGCA पर दबाव बनाने का तरीका भी हो सकता है।

देश में साठ प्रतिशत घरेलू उड़ानों पर कब्जा रखने वाली इंडिगो के पास चार सौ से ज्यादा विमान और हजारों पायलट और केबिन क्रू हैं। इसके बावजूद नए नियमों के तहत ड्यूटी कम होने और लगातार ऑपरेशनल दबाव की वजह से क्रू की कमी तेज हो गई है।

यात्रियों के लिए जरूरी सलाह
यदि यात्रा करनी है तो एयरपोर्ट समय से पहले पहुंचें क्योंकि चेक इन और सुरक्षा जांच में अधिक समय लग रहा है।
फ्लाइट स्टेटस एयरलाइन की वेबसाइट या ऐप पर खुद जांचें क्योंकि संदेश कई बार नहीं मिल पा रहे।
फ्लाइट रद्द होने पर पूरा रिफंड या अगली फ्लाइट की रीबुकिंग उपलब्ध रहती है।
कनेक्टिंग उड़ान वाले यात्री री रूटिंग के लिए कस्टमर सपोर्ट से तुरंत संपर्क करें क्योंकि मिस्ड कनेक्शन का जोखिम बढ़ गया है।