इंडिगो संकट गहरा आया सरकार ने किराया रोकने का आदेश दिया आज 400 फ्लाइट कैंसिल 4 दिन में 2000 से ज्यादा उड़ानें ठप

कई एयरपोर्ट पर रातभर पैसेंजर फंसे रहे और रोजाना करीब पांच सौ उड़ानें तय समय से देरी से उड़ान भर रही हैं।

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  • Publish Date - December 6, 2025 / 01:45 PM IST

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (Indigo) का ऑपरेशन आज पांचवें दिन भी पूरी तरह पटरी पर नहीं लौट सका। शनिवार को भी हालात जस के तस हैं। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली मुंबई बेंगलुरु और चेन्नई समेत बड़े शहरों से इंडिगो की 400 से अधिक उड़ानें आज रद्द की जा चुकी हैं। पिछले चार दिनों में रद्द फ्लाइटों की कुल संख्या 2000 के पार पहुंच चुकी है और करीब तीन लाख यात्री परेशानी झेल चुके हैं।

कई एयरपोर्ट पर रातभर पैसेंजर फंसे रहे और रोजाना करीब पांच सौ उड़ानें तय समय से देरी से उड़ान भर रही हैं। लगातार बढ़ती अव्यवस्था के बीच केंद्र सरकार को दखल देना पड़ा। सरकार ने स्पष्ट निर्देश जारी किया कि एयरलाइंस किसी भी तरह किराया नहीं बढ़ाएंगी और निर्धारित किराया सीमा का कड़ाई से पालन करेंगी। यह लिमिट तब तक लागू रहेगी जब तक स्थिति सामान्य न हो जाए।

सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि नए FDTL नॉर्म्स एक नवंबर से लागू हुए लेकिन अन्य एयरलाइंस पर इसका ऐसा प्रभाव नहीं दिखा जिससे यह साफ है कि गलती इंडिगो की तैयारी में है। मंत्री ने एयरलाइन की लापरवाही की जांच और आवश्यक कार्रवाई की बात कही।

इंडिगो की मौजूदा परेशानी की जड़ DGCA द्वारा लागू नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन यानी FDTL नियमों को माना जा रहा है। जुलाई में पहला चरण लागू हुआ था और एक नवंबर से दूसरा चरण लागू हुआ जिसने पायलटों और क्रू को पर्याप्त आराम देना अनिवार्य बना दिया। इसके चलते इंडिगो के पास पायलट और क्रू की भारी कमी महसूस होने लगी और उड़ानें लगातार प्रभावित होने लगीं। हालांकि DGCA ने राहत देते हुए साप्ताहिक रेस्ट से जुड़े एक नियम को फिलहाल 10 फरवरी 2026 तक के लिए स्थगित कर दिया है।

लेकिन क्रू शॉर्टेज की वजह से फ्लाइट कैंसिलेशन तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और लाखों यात्रियों की यात्रा योजनाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं।