श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले (Srikakulam district) में स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में एकादशी के मौके पर हुई भगदड़ में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। राज्य मंत्री नारा लोकेश ने बताया कि मंदिर में अचानक भीड़ बढ़ने और दम घुटने के कारण यह हादसा हुआ।
मंत्री ने बताया, “सुबह करीब 11:30 बजे भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि प्रवेश द्वार बंद करना पड़ा। तब कई लोगों ने सोचा कि वे बाहर निकलने वाले गेट से भी अंदर जा सकते हैं। इसी से दम घुटने की स्थिति बनी। प्रवेश द्वार पर सीढ़ियां थीं, ऊपर खड़ा व्यक्ति फिसलकर गिर गया और उससे भगदड़ मच गई। कतार संभालने वाले भीड़ के लिए तैयार नहीं थे।”
#WATCH | Stampede at Venkateswara Swamy Temple in Kasibugga | When asked if the private temple will now be shut, Andhra Pradesh Minister Nara Lokesh says, “It’s very unfair to say that the Govt will shut the temple…Certain corrections have to be made. But temples are never… pic.twitter.com/48LigcnXwV
— ANI (@ANI) November 1, 2025
नारा लोकेश ने कहा कि हादसे में ज्यादातर महिलाएं मारी गईं। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक, मंत्री और होम मिनिस्टर के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। “हमारे पास एक रियल-टाइम गवर्नेंस व्हाट्सएप ग्रुप है, जिससे तुरंत राहत दल को निर्देश दिए गए,” उन्होंने कहा।
राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जब मंदिर के गेट खुले, तब करीब 15,000 श्रद्धालु वहां मौजूद थे। गेट खुलते ही अचानक भीड़ आगे बढ़ गई और अफरा-तफरी मच गई।
श्रीकाकुलम एसपी केवी महेश्वर रेड्डी ने बताया कि मंदिर में केवल एक ही प्रवेश और निकास द्वार है। सीढ़ियों के पास लगे आयरन ग्रिल के टूटने से लोगों में डर फैल गया और भगदड़ की स्थिति बन गई।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी प्रमुख वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए मौजूदा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “बार-बार होने वाली ऐसी त्रासदियां चंद्रबाबू नायडू प्रशासन की लापरवाही और अक्षमता को दिखाती हैं।”
