नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। स्वच्छ भारत (Swachh Bharat) अभियान के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने अभियान की सफलता के लिए लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि स्वच्छ भारत अभियान एक जन आंदोलन बन चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वच्छता की सेवा में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व उपराष्ट्रपति ने भी योगदान दिया है, जिसने देश को एक बड़ी प्रेरणा दी है। इस काम के लिए मैं राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति महोदय का भी हृदय से अभिनंदन और धन्यवाद करता हूं। देश भर में स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं और लोग अपने गांव, शहर, मोहल्लों और सोसायटियों में सफाई कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य जनप्रतिनिधि इस कार्यक्रम का हिस्सा बने हैं और इसका नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले पखवाड़े में देशभर में करोड़ों लोगों द्वारा स्वच्छता कार्यक्रमों में भाग लिया था। उन्होंने जानकारी दी कि इस सेवा पखवाड़े के 15 दिनों में देश भर में 27 लाख से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें 28 करोड़ से अधिक लोगों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि निरंतर प्रयास करके ही हम अपने भारत को स्वच्छ बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर स्वच्छता से जुड़े करीब 10 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की गई है। मिशन अमृत के तहत देश के अनेक शहरों में वाटर और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। उन्होंने नमामि गंगे परियोजना और कचरे से बायोगैस पैदा करने वाले गोवर्धन प्लांट के काम का भी उल्लेख किया, जो स्वच्छ भारत मिशन की सफलता में एक नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि स्वच्छ भारत अभियान इस सदी में दुनिया का सबसे बड़ा और सफल जन भागीदारी वाला जन आंदोलन है। उन्होंने इसे “जन नेतृत्व वाला आंदोलन” करार दिया और कहा, “इस मिशन ने मुझे ईश्वर रुपी जनता जनार्दन की साक्षात ऊर्जा के दर्शन कराए हैं। उन्होंने कहा कि लाखों लोग एक साथ सफाई करने के लिए जुटे। हर जगह स्वच्छता का संदेश छा गया। किसी ने अपनी बकरियां बेचकर, तो किसी ने अपना मंगलसूत्र बेचकर शौचालय बनवाने का काम किया। किसी ने अपनी जमीन दान की और किसी ने अपनी पेंशन स्वच्छता के लिए समर्पित की।