करूर, तमिलनाडु: तमिलनाडु के करूर ज़िले (Karur district) में शनिवार को एक चुनावी रैली के दौरान मची भगदड़ में 40 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 55 वर्षीय जया भी शामिल थीं, जिन्हें उनका बेटा मुरुगन अभिनेता से नेता बने विजय को दिखाने के लिए रैली में लेकर गया था।
मुरुगन खुद भी इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुआ है और फिलहाल स्थानीय अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। डॉक्टरों के मुताबिक, उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
यह हादसा तब हुआ जब विजय की पार्टी ‘तमिलगा वेत्त्रि कषगम’ (TVK) की जनसभा में हजारों लोग गर्मी में कई घंटे तक इंतज़ार करते रहे। पुलिस के अनुसार, आयोजन स्थल पर करीब 10,000 लोगों के आने की उम्मीद थी, लेकिन करीब 27,000 लोग पहुंच गए। कार्यक्रम में पानी और खाने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
राज्य के पुलिस प्रमुख जी वेंकटरमन ने बताया कि भीड़ दोपहर 11 बजे से जुटना शुरू हो गई थी, जबकि विजय मंच पर रात 7:40 बजे पहुंचे। जैसे ही विजय मंच पर आए, भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में विजय भीड़ की तरफ पानी की बोतलें फेंकते नजर आए।
घटना के बाद विजय ने बयान जारी कर कहा, “मेरा दिल इस त्रासदी से टूट गया है।”
मृतका जया के भाई ने बताया, “मुझे नहीं पता था कि वो (जया) वहां गई है। खबर देखकर परिवार ने मुझे जानकारी दी। जब हमने खोजबीन की, तो उसकी लाश मिली। उसका बेटा विजय का बड़ा फैन है, इसलिए वो मां को लेकर गया था।”
हादसे के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन देर रात करूर पहुंचे और दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने हादसे की जांच के लिए सेवानिवृत्त जज अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग गठित करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की।
वहीं, विपक्ष के नेता और एआईएडीएमके महासचिव ई. पलानीस्वामी ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और राज्य सरकार पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया।