‘जीत ऐसी ही दिखती है’: रावलपिंडी से जैकोबाबाद तक भारत ने 90 मिनट में तबाह किए पाकिस्तान के 11 एयरबेस

ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत की तकनीकी और सामरिक श्रेष्ठता को सिद्ध किया, बल्कि यह स्पष्ट कर दिया कि अब भारत अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा

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  • Publish Date - May 11, 2025 / 11:18 AM IST

नई दिल्ली, 11 मई। भारतीय सेना (Indian Army) ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक ऐतिहासिक सैन्य अभियान को अंजाम देते हुए पाकिस्तान के भीतर स्थित 11 प्रमुख एयरबेस को महज 90 मिनट में निशाना बनाकर भारी नुकसान पहुंचाया। यह सुनियोजित और समन्वित कार्रवाई न केवल भारतीय सैन्य कौशल का प्रतीक बनी, बल्कि दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन की नई परिभाषा भी तय कर गई।

भारतीय सेना के इस साहसिक ऑपरेशन की सराहना करते हुए भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर सिलसिलेवार पोस्ट में एयरबेसों के तबाह होने की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “90 मिनट में भारत ने पाकिस्तान की वायु शक्ति की रीढ़ तोड़ दी। यह जीत सिर्फ रणभूमि की नहीं, रणनीति, सटीकता और तकनीक की भी है।”

ऑपरेशन सिंदूर: 11 एयरबेस, 11 झटके

  1. नूर खान / चकलाला एयरबेस (रावलपिंडी):
    इस्लामाबाद के सबसे निकट स्थित वीआईपी और सैन्य समन्वय बेस को निष्क्रिय कर भारत ने पाकिस्तान की कमांड लिंक को कमजोर कर दिया।

  2. पीएएफ बेस रफीकी (शोरकोट):
    फ्रंटलाइन फाइटर स्क्वाड्रन का यह गढ़ पूरी तरह ध्वस्त हो गया, जिससे पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की हवाई क्षमता पर भारी असर पड़ा।

  3. मुरीद एयरबेस (पंजाब):
    प्रशिक्षण केंद्र और संभावित मिसाइल भंडारण स्थल पर हमला कर भारत ने पाकिस्तान की वायुसेना की भावी तैयारियों को पीछे धकेल दिया।

  4. सुक्कुर एयरबेस (सिंध):
    दक्षिणी पाकिस्तान की सैन्य और रसद नेटवर्क की नाड़ी काट दी गई, जिससे वहां की संचालन क्षमता ठप हो गई।

  5. सियालकोट एयरबेस (पूर्वी पंजाब):
    भारत-पाक सीमा के निकट स्थित इस अग्रिम बेस को पहले ही क्षणों में बेअसर कर दिया गया, जिससे पूर्वी मोर्चे पर पाकिस्तानी जवाब लगभग नामुमकिन हो गया।

  6. पसरूर एयरस्ट्रिप (पंजाब):
    आपातकालीन लैंडिंग सुविधा को नष्ट कर भारत ने पाकिस्तान की वैकल्पिक हवाई रणनीति पर चोट पहुंचाई।

  7. चुनियन (रडार/सहायक आधार):
    रडार कवरेज और संचार नेटवर्क पर हमले से पाकिस्तान की निगरानी प्रणाली में गंभीर सेंध लगी।

  8. सरगोधा एयरबेस (मुशफ बेस):
    पाकिस्तान का प्रमुख एयरबेस, जहां परमाणु वितरण क्षमता और विशेष स्क्वाड्रन तैनात थे। इसका विनाश सामरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से करारा झटका था।

  9. स्कार्दू एयरबेस (गिलगित-बाल्टिस्तान):
    LAC के पास के इस बेस को निष्क्रिय कर भारत ने उत्तरी मोर्चे पर स्पष्ट सामरिक बढ़त हासिल की।

  10. भोलारी एयरबेस (कराची के पास):
    नौसेना और वायुसेना के संयुक्त बेस को निशाना बनाकर भारत ने दक्षिणी समुद्री सुरक्षा कवच को कमजोर किया।

  11. जैकोबाबाद एयरबेस (सिंध-बलूचिस्तान):
    यह बेस अमेरिकी सैन्य अभियान के समय भी अहम रहा था। इसके नष्ट होने से पश्चिमी पाकिस्तान की सैन्य गतिशीलता में भारी गिरावट आई।

रणनीति, संकेत और संदेश

मालवीय के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्यवाही नहीं, बल्कि एक रणनीतिक पुनर्परिभाषा थी। एयरबेसों, रडार, कमांड हब्स और स्ट्राइक प्लेटफॉर्म को एकसाथ निशाना बनाकर भारत ने पाकिस्तान को न केवल जमीनी, बल्कि मानसिक स्तर पर भी पंगु कर दिया।

उन्होंने कहा, “ये सिर्फ हवाई हमले नहीं थे, यह पाकिस्तान की लड़ने की इच्छाशक्ति और क्षमता पर सीधा आघात था। भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देता, पहल भी करता है।”

भारत का संदेश स्पष्ट है

ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत की तकनीकी और सामरिक श्रेष्ठता को सिद्ध किया, बल्कि यह स्पष्ट कर दिया कि अब भारत अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। यदि कोई देश उकसाएगा, तो जवाब सिर्फ चेतावनी नहीं, निर्णायक कार्रवाई होगी।