दुर्घटना की खबरें दबाने में हजार करोड़ बहाए, पीड़ितों के लिए सरकार क्यों हट रही पीछे : अखिलेश यादव

उन्होंने कहा कि महाकुंभ के आस-पास और प्रदेश भर में मीलों तक फंसे वाहनों को पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। दवा की दुकानों को दिन-रात खोलने की अनुमति दी जाए। लोगों को कपड़े और कंबल दिए जाएं।

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  • Publish Date - January 31, 2025 / 12:08 PM IST

लखनऊ, 31 जनवरी (आईएएनएस)। प्रयागराज के महाकुंभ (Mahakhumbh) में हुई भगदड़ के बाद विपक्षी दल सरकार पर हमलावर है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां हजारों करोड़ रुपये प्रचार पर और दुर्घटना की खबरें दबाने के लिए बहाए जा रहे हैं, वहां पीड़ितों के लिए कुछ करोड़ खर्च करने से सरकार पीछे क्यों हट रही है।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश सरकार को महाकुंभ में फंसे लोगों को राहत के लिए व्यवस्था संबंधित सुझाव देते हुए कहा कि भोजन-पानी के लिए जगह-जगह दिन-रात ढाबे खोलने और भंडारों के आयोजन की अपील की जाए। प्रदेश भर से मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को स्वयंसेवी लोगों के दुपहिया वाहनों के माध्यम से दूरस्थ इलाकों में फंसे लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था हो।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ के आस-पास और प्रदेश भर में मीलों तक फंसे वाहनों को पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। दवा की दुकानों को दिन-रात खोलने की अनुमति दी जाए। लोगों को कपड़े और कंबल दिए जाएं।

सपा मुखिया ने कहा कि जहां हजारों करोड़ रुपये प्रचार पर और दुर्घटना की खबरें दबाने के लिए बहाए जा रहे हैं, वहां पीड़ितों के लिए कुछ करोड़ खर्च करने से सरकार पीछे क्यों हट रही है? इससे पहले उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि सरकार उन लोगों की मदद के लिए आगे आए, जिन्होंने लोगों की मदद की लेकिन पैसे और सामान के बिना, भूखे-प्यासे त्रस्त लोगों ने मजबूर होकर उनकी दुकान की खाद्य सामग्री का उपभोग कर लिया। ऐसे दुकानदारों की क्षतिपूर्ति करने का दायित्व सरकार का है क्योंकि इस दुर्व्यवस्था जन्य दुर्घटना के लिए वो ही जिम्मेदार है।