कोलकाता, 5 मार्च (आईएएनएस)। कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय (Justice Abhijit Gangopadhyay of Calcutta High Court) ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया और कहा कि वह भाजपा में शामिल (Join BJP) होंगे।
भाजपा में शामिल होने के अपने फैसले के पीछे के कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उनके अनुसार भाजपा ही एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है जो तृणमूल कांग्रेस की ताकत का मुकाबला कर सकती है, जो मूल रूप से असामाजिक तत्वों की पार्टी है।
जब उनसे खास तौर पर पूछा गया कि क्या वह बीजेपी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि उन्हें खुद नहीं पता कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं। “मैं अभी तक औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल नहीं हुआ हूं। चाहे मैं चुनाव न लड़ूं या नहीं, मैंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला ले लिया है।” उन्होंने मंगलवार दोपहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि वह 7 मार्च को औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल होंगे और उसके बाद पार्टी नेतृत्व तय करेगा कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ताओं से मिल रही गालियों ने उन्हें राजनीति में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। “वे इस बात से अवगत नहीं हैं कि किसी न्यायाधीश पर व्यक्तिगत हमला नहीं किया जा सकता है। वे बिल्कुल यही कर रहे थे। वे लगातार मेरे साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे। उनकी कई भ्रष्ट गतिविधियां हर दिन उजागर हो रही थीं।” न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने कहा, “मैं सीपीआई (एम) में शामिल नहीं हुआ क्योंकि मैं नास्तिक नहीं हूं।”
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